कौशाम्बी,
यूपी STF ने 50 हजार एक इनामिया काके सरदार को किया अरेस्ट,भोले भाले लोगों को अपने जाल में फंसा कर पैसे को डबल करने का झांसा देकर पैसे लेकर हुआ था फरार,
यूपी STF को विगत काफी दिनों से फरार / पुरस्कार घोषित अपराधियों द्वारा सक्रिय आपराधिक घटनाएँ कारित करने की सूचनाएँ प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों /टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देश के क्रम में शैलेश प्रताप सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ फील्ड इकाई. प्रयागराज के पर्यवेक्षण में निरीक्षक जय प्रकाश राय, एसटीएफ फील्ड इकाई, प्रयागराज के नेतृत्व में टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
एसटीएफ फील्ड इकाई प्रयागराज टीम द्वारा थाना परसपुर, जनपद गोण्डा में पंजीकृत मु०अ०सं०: 30/2025 धारा- 420/467/468/471/504/506/406 भादवि में वांछित रू० 50,000/- के पुरस्कार घोषित अभियुक्त हरवीर सिंह उर्फ काके सरदार की गिरफ्तारी हेतु अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी। इस दौरान ज्ञात हुआ कि अभियुक्त हरवीर सिंह उर्फ काके सरदार अमृतसर सिटी, पंजाब में कहीं छिपकर रह रहा है।
प्राप्त सूचना पर उपनिरीक्षक गुलजार सिंह, मुख्य आरक्षी रोहित सिंह, पंकज तिवारी, अजय कुमार यादव व मुख्य आरक्षी चालक रामलखन पाल की टीम द्वारा पार्वती अस्पताल के पास ए-ब्लाक, थाना क्षेत्र रन्जीत एवन्यू अमृतसर सिटी, पंजाब से अभियुक्त हरवीर सिंह उर्फ काके सरदार को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त हरवीर सिंह उर्फ काके सरदार उपरोक्त ने पूछताछ में बताया कि वह मूलरूप से ग्राम बसारके थाना खालड़ा तहसील पट्टी, जनपद तरन तारन, पंजाब का रहने वाला है, जिसका फर्जी दस्तावेज तैयार करने, पैसे को दोगुना करने का प्रलोभन देकर पैसा हड़पने / धोखाधड़ी आदि करने का एक संगठित गिरोह है। उक्त गिरोह के सदस्यों द्वारा जनपद गोण्डा, लखनऊ व बाराबंकी में भी आम जनमानस से भी इस तरह की घटनाएं कारित की गयी, जिनके विरूद्ध विभिन्न थानों पर अभियोग पंजीकृत किया गया है।
वर्ष 2021 में सुनील कुमार द्विवेदी पुत्र श्री ब्रहम प्रकाश द्विवेदी निवासी ग्राम आटा दूबेपुरवा, थाना परसपुर, जनपद गोण्डा अस्थाई पता-ई 3/260 विराम खण्ड 3, गोमतीनगर, लखनऊ की मुलाकात उसके साथी चन्दन दीक्षित पुत्र राजेन्द्र प्रसाद दीक्षित निवासी चरखारी मंदिर रामघाट जनपद चित्रकूट से करनैलगंज बाजार, जनपद गोण्डा में हुई थी। उक्त गैंग के सदस्य चन्दन दीक्षित के मित्र मनीष ओझा जिला बलरामपुर के निवासी हैं, जिनका कई जगह मौरंग व बालू खनन का पट्टा हैं, जिसकी देखरेख व पैसा लगवाने का काम चन्दन दीक्षित द्वारा किया जाता है। वह अपने साथी मदन गुप्ता के साथ मिलकर रेलवे स्क्रैप का कई प्रदेशों में ठेका लेता है, जिसकी भोपाल में सरिया की फैक्ट्री है। उक्त तीनों लोग मिलकर जिला फतेहपुर में खदान के मिलने सम्बन्धी फर्जी प्रपत्र दिखाकर धोखाधड़ी करते हुए 10 प्रतिशत की साझेदारी के नाम पर और अच्छा मुनाफा देने हेतु सुनील कुमार द्विवेदी से 50 लाख रूपया लिया गया था, जिसे एग्रीमेन्ट के मुताबिक पैसा नही दिया गया था।
उक्त घटना के सम्बन्ध में सुनील कुमार द्विवेदी द्वारा थाना परसपुर, जनपद गोण्डा में तीनों व्यक्तियों के विरूद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया, जिसमें गिरफ्तारी से बचने के लिए वह पंजाब चला गया और बाद में उसे जानकारी हुई कि 50,000/-रू0 का पुरस्कार भी घोषित हो चुका है, जिसके बाद से वह इधर-उधर लुक छिपकर रहने लगा।
गिरफ्तार अभियुक्त हरवीर सिंह उर्फ काके सरदार उपरोक्त को थाना परसपुर, जनपद गोण्डा में पंजीकृत मु0अ0सं0 30/2025 धारा 420/467/468/471/504/506/406 भादवि में गिरफ्तार कर थाना रन्जीत एवन्यू अमृतसर सिटी, पंजाब में दाखिल किया गया तथा गिरफ्तार अभियुक्त को न्यायालय ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास अमृतसर के समक्ष प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त किया गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही थाना परसपुर जनपद गोण्डा द्वारा अमल में लायी जायेगी।