कौशाम्बी,
डीएम के आदेश के बावजूद शिक्षा विभाग की अनदेखी से मुश्किल में मासूम बच्चों की जान,जर्जर भवन में चल रहा सरकारी स्कूल,टूटी छत,दीवारों में दरार के बीच बच्चे कर रहे पढ़ाई,कभी भी हो सकता है राजस्थान जैसा हादसा,
यूपी के कौशाम्बी जिले में राजस्थान में स्कूल में हुए हादसे में मासूम बच्चों की मौत मामले के बाद डीएम मधुसूदन हुल्गी के किसी भी जर्जर भवन में स्कूल संचालित नहीं किए जाने के आदेश पर भी शिक्षा विभाग बेखबर और लापरवाह बना हुआ है,जिसके चलते जर्जर भवन में चल रहे सरकारी स्कूलों में मासूम बच्चे अभी भी पढ़ाई कर रहे है,स्कूल की छत टूटी हुई है, दीवारों में दरारे आ गई है,लाठी के सहारे से दीवाल का प्लास्टर रोका जा रहा है,लेकिन विभाग है कि अपने में ही मस्त है और मासूम बच्चे जाना हथेली पर रखकर पढ़ाई करने में जुटे हुए है।
ताजा मामला मंझनपुर विकास खंड के उच्च प्राथमिक विद्यालय सहाबनपुर का है जहा के उच्च प्राथमिक स्कूल में छत जर्जर हो गई है,प्लास्टर गिर रहे है,प्लास्टर को गिरने से बचाने के लिए लाठी का सहारा लिया जा रहा है,दीवारों में दरारें आ गई है,लेकिन उसके बावजूद जिम्मेदार अपनी आंख मूंदकर बैठे है और मासूम बच्चे अपनी जान को जोखिम में डालकर स्कूल आते है और पढ़ाई करते है।
राजस्थान में स्कूल में हुए हादसे के बाद डीएम मधुसूदन हुल्गी ने इस सम्बन्ध में सभी जिम्मेदारों को निर्देशित किया था कि किसी भी जर्जर भवन में स्कूल न चलाया जाए और बच्चों की जान से न खेला जाए,लेकिन शिक्षा विभाग के जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए है और मासूम बच्चे आज भी जर्जर छतों के नीचे और दरार भरी दीवारों के बीच पढ़ाई करने को मजबूर है।
इस सम्बन्ध में BSA कमलेंद्र कुशवाहा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ऐसा यू के संगठन में नहीं है,यदि ऐसा है तो इसकी जांच कराई जाएगी और लापरवाह कर्मचारियों और अध्यापकों पर कार्रवाई की जाएगी।








