नगर पालिका भरवारी में हो रहे मनमानी, भ्रष्टाचार, अनियमितता,कमीशनखोरी को लेकर सभासदों ने डीएम को दिया शिकायती ज्ञापन,डीएम ने दिए जांच के निर्देश

कौशाम्बी,

नगर पालिका भरवारी में हो रहे मनमानी, भ्रष्टाचार, अनियमितता,कमीशनखोरी को लेकर सभासदों ने डीएम को दिया शिकायती ज्ञापन,डीएम ने दिए जांच के निर्देश,

यूपी के कौशाम्बी जिले की नगर पालिका परिषद भरवारी में हो रहे मनमानी, भ्रष्टाचार, अनियमितता,कमीशनखोरी को लेकर सभासदों ने डीएम को एक 8 बिंदुओं का शिकायती ज्ञापन दिया है,डीएम ज्ञापन में दिए गए बिंदुओं पर सभासदों से जानकारी ली और एडीएम वित्त को जांच कर करवाया किए जाने के निर्देश दिए है।

नगर पालिका परिषद भरवारी के सभासद एवं सभासद प्रतिनिधियों ने दम को दिए हुए शिकायती पत्र में डीएम को अवगत कराया है कि वह सभी नवगठित बोर्ड में निर्वाचित सदस्य है। बर्तमान में नगर पालिका परिषद भरवारी में अध्यक्ष व अधिशाषी अधिकारी द्वारा पूरी तरह से मनमानी, भ्रष्टाचार, अनियमितता और कमीशनखोरी की जा रही है, जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है और जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। नगरपालिका अध्यक्ष और अधिशाषी अधिकारी की मिलीभगत से नगर पालिका परिषद भरवारी में निम्नलिखित तरीके से भ्रष्टाचार, अनियमितता व कमीशनखोरी की जा रही है।

1. यह कि नगर अध्यक्ष द्वारा बिना किसी एजेण्डा के बोर्ड बैठक कराई जाती है और बैठक समाप्त हाने के उपरांत अपने मनमाफिक प्रस्ताव लिखवाकर कार्ययोजना तैयार किया जाता है।

2. यह कि नगर अध्यक्ष द्वारा पिछली दो बोर्ड बैठकों में सभासदों का कोई प्रस्ताव नहीं लिया गया और न ही सभासदों द्वारा दिये गये किसी भी प्रस्ताव को कार्ययोजना में शामिल नहीं किया गया।

3. यह कि नगर अध्यक्ष द्वारा बिना किसी सभासद की सहमति के मनमाने ढंग से प्रस्ताव तैयार कर ई-टेण्डर में किसी वार्ड में करोड़ों का विकास कार्य लिया जाता है तो किसी वार्ड में ० कार्य, इस तरह नगर के वार्डों के विकास कार्यों में मनमानी रवैया व भेदभाव पूर्ण अनियमितता किया जाता है।

4. यह कि नगरपालिका परिषद भरवारी द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के अक्टूबर-नवम्बर माह में जिन निर्माण कार्यों का टेण्डर जारी किया गया था वो आज तक पूर्ण नहीं किये गये हैं, जिससे नगर की आम जनता बहुत परेशान हो रही है।

5. यह कि नगरपालिका परिषद भरवारी द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के अक्टूबर-नवम्बर माह के बाद राज्यवित्त / पन्द्रहवें वित्त के मद से आज तक नगर विकास कार्य के लिये कोई ई-निविदा नहीं खोली गयी. जिसके कारण नगर में वित्तीय अनियमितता की प्रबल संभावना है।

6. यह कि नगर अध्यक्ष द्वारा बिना किसी पारदर्शिता के ई-निविदा प्रक्रिया में अपने सगे संबंधियों व चहेते चिन्हित ठेकेदारों को अनुचित लाभ पहुंचाने के प्रयोजन से ई-निविदा प्रक्रिया में प्रतिभाग करने वाली फर्मों को कमीशन लेकर मैनेज करके भ्रष्टाचार किया जाता है।

7. यह कि नगर अध्यक्ष व अधिशाषी अधिकारी के सह पर नगर के विकास कार्यों के निर्माण कार्यों में ठेकेदारों द्वारा पूरी तरह से मनमानी करते हुये मानक विहीन कार्य किया जाता है।

8. यह कि नगर अध्यक्ष व अधिशाषी अधिकारी भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी नीति से नगर में सरकारी धन का दुरुपयोग करते हुये नगर विकास की गति को अवरुध्द कर दिया गया है।

सभासदों एवं सभासद प्रतिनिधियों ने नगरपालिका परिषद भरवारी में हो रहे मनमानी, भ्रष्टाचार, अनियमितता व कमीशनखोरी और मानकविहीन निर्माण कार्यों के उपरोक्त विषयक तत्काल प्रभाव से संज्ञान लेकर जांच करवाते हुये दोषियों के विरुध्द ठोस कार्यवाही की मांग की।जिसपर डीएम ने एडीएम वित्त को जांच कर कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए है।

इस दौरान सभासद शानू कुशवाहा,सभासद वीरेंद्र गौतम,सभासद विक्रम सिंह,सभासद प्रतिनिधि सुनील कुमार,सभासद प्रतिनिधि शंकर लाल सहित कई लोग मौजूद रहे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor