कौशाम्बी,
हिंदू धर्म के प्रति समर्पित मुस्लिम परिवार ने वैदिक रीति से अपनाया सनातन धर्म,
यूपी में कौशाम्बी जिले में ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के महान् विचार से प्रेरित होकर सराय अकिल थाना क्षेत्र के पुरखास गांव निवासी एक मुस्लिम परिवार ने बुधवार को रीति रिवाज और धार्मिक वैदिक अनुष्ठान एक साथ हिंदू धर्म अपना लिया है। मंझनपुर के प्राचीन दुर्गा मंदिर में वैदिक विधि-विधान के साथ आयोजित इस समारोह में पूरे परिवार ने नये नाम धारण कर सनातन परंपरा को अपनाया है।
हिंदू रक्षा समिति के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम ने सामाजिक सद्भाव की अनुपम मिसाल कायम की है।परिवार के मुखिया महदी अली ने अब अनुज प्रताप सिंह नाम रख लिया है। उनकी पत्नी सायमा अब सौम्या अनुज सिंह और बेटी उर्वा अब उर्विजा अनुज सिंह के रूप में सनातन धर्म की दीक्षा ली। अनुज प्रताप सिंह ने बताया, “हिंदू धर्म का सार्वभौमिक दर्शन ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ हमें गहरे तक प्रभावित करता रहा। पूरी दुनिया को एक परिवार मानने वाली यह विचारधारा हमें एकजुट होने की प्रेरणा देती है। वर्षों से हम इसकी ओर आकर्षित थे और आज आखिरकार वैदिक मंत्रों के बीच सनातन का आश्रय ले लिया।” उन्होंने कहा कि यह निर्णय परिवार की आपसी सहमति से लिया गया है और अब वे हिंदू रीति-रिवाजों का पालन करेंगे।
अनुज प्रताप सिंह वन अंब्रेला चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक हैं, जो पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में सक्रिय है। ट्रस्ट के माध्यम से वे वृक्षारोपण, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर कार्य कर रहे हैं। धर्म परिवर्तन के बाद भी वे अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों से विमुख नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि, “धर्म परिवर्तन से हमारा सेवा भाव और मजबूत होगा। अब हम हिंदू समाज के साथ मिलकर मानवता की सेवा करेंगे।”
कार्यक्रम मंझनपुर स्थित प्राचीन दुर्गा मंदिर परिसर में आयोजित हुआ, जहां हिंदू रक्षा समिति के सदस्यों ने वैदिक पंडितों के नेतृत्व में यज्ञ, हवन और मंत्रोच्चार के बीच दीक्षा प्रदान की। समिति के जिला अध्यक्ष ने बताया, “यह आयोजन धार्मिक सहिष्णुता का प्रतीक है। हम किसी को जबरन धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित नहीं करते, लेकिन जो सच्चे मन से सनातन की ओर आते हैं, उनका हार्दिक स्वागत करते हैं।” मंदिर परिसर में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने फूलमालाओं से स्वागत किया। कार्यक्रम में भजन-कीर्तन और प्रसाद वितरण भी हुआ।