बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल को घर के बाहर मारी गोली,इलाज के दौरान उमेश पाल की मौत

प्रयागराज,

बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल को घर के बाहर मारी गोली, इलाज के दौरान उमेश पाल की मौत,

यूपी के प्रयागराज जिले के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल को शुक्रवार शाम उसके घर बाहर गोली मार दी गई। घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया, सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में घायल उमेश पाल को तत्काल स्वरूप रानी चिकित्सालय पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उमेश पाल की मौत हो गयी,जबकि उमेश पाल के दोनो गनर को भी गोली लगी है जिनका इलाज चल रहा है।

जानकारी के मुताबिक उमेश पाल सुलेमसराय का रहने वाला था,वह बीएसपी विधायक राजूपाल हत्याकांड का मुख्य गवाह था। जिसपर सुलेम सराय स्थित उसके घर में घुसकर हमला किया गया। घटना के बाद इलाके में हड़कम्प मच गया। सूचना पर पहुंची धूमनगंज थाना पुलिस और आलाधिकारी उसे इलाज के लिए एसआरएन अस्पताल लेकर पहुंचे जहां इलाज के दौरान उमेश पाल की मौत हो गई।

गौरतलब है कि उमेश पाल साल 2005 में हुए बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड का गवाह था। राजू पाल हत्याकांड में मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ है।

जानकारी के मुताबिक उमेश पाल के अलावा दो अन्य को भी इस हमले में गोली लगी है,सूत्रों के मुताबिक हमले में उमेश पाल और एक अन्य की मौत हो गई है। हालांकि इन दोनों की मौत की आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है। जिस दुस्साहस के साथ घर के अंदर घुसकर गोली मारी गई, उससे इलाके में दहशत है। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने कुल 16 राउंड गोलियां चलाई थीं। 4 बजे तक उमेश पाल कचहरी परिसर में मौजूद थे, राजू पाल हत्याकांड मामले में शुक्रवार को ही उसकी गवाही थी।

25 जनवरी 2005 को बसपा विधायक राजू पाल पर गोलियों की बौछार कर दी गई थी, जब वे गाड़ी चला रहे थे,जीटी रोड पर अमितदीप मोटर्स के पास घटनास्थल पर गोलियों से छलनी और गाड़ियों से घायलों को बाहर निकाला गया। राजू पाल को ऑटो के जरिए जीवन ज्योति हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। शूटआउट में संदीप यादव और देवीलाल भी मारे गए थे, बता दें कि शादी के नौ दिन बाद ही उनकी मौत हो गई थी।

घटना के बाद विधायक राजू पाल की नवविवाहिता पत्नी पूजा पाल ने धूमनगंज थाने में तत्कालीन सपा सांसद अतीक अहमद, उनके छोटे भाई अशरफ, करीबियों फरहान, आबिद, रंजीत पाल, गुफरान, समेत नौ लोगों के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 307, 302. 120 बीस 506 आईपीसी और 7 सीएलए एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। अतीक अहमद तब फूलपुर से सपा सांसद थे और उसके भाई अशरफ को अक्टूबर 2004 में हुए पश्चिमी विधानसभा के उपचुनाव में राजू पाल के हाथों हार झेलनी पड़ी थी।

वही पूजा पाल वर्तमान में समाजवादी पार्टी से कौशाम्बी जिले की चायल विधानसभा से विधायक है।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor