कौशाम्बी,
कौशाम्बी में महिला फरियादी से बदसलूकी पर कोर्ट ने तत्कालीन थाना प्रभारी करारी पर मुकदमा दर्ज करने का एसपी को दिया आदेश,
यूपी के कौशाम्बी जिले में शासन की प्राथमिकता वाले शिकायत लेकर गई पीड़िता के साथ करारी थाने में अभद्रता करते हुए जूते से मारने की धमकी देने वाले थाना प्रभारी के मामले को कोर्ट ने गंभीरता से लिया है। कोर्ट ने एसपी को आदेश दिया है कि तत्कालीन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर गणेश प्रसाद के खिलाफ केस दर्ज कर सीओ स्तर के अधिकारी से जांच कराए।
मामला करारी क्षेत्र के रहीमपुर मोलानी गांव का है,जहा की महिला अनीस फात्मा अपनी फरियाद लेकर करारी कोतवाली गई थी, अनीस फात्मा का कहना था कि 27 जनवरी 2023 को गांव के ही मो. रजा से शादी होने क़े बाद ससुरालियों द्वारा उसे दहेज के लिए परेशान किया गया था, जिसका का मुकदमा चल रहा है। 16 सितंबर की रात लगभग 9.30 बजे वह अपनी दो बहनों व मां के साथ पड़ोसी लाला पुत्र अवसाफ के यहां मजलिस में गई थी, उसी समय मो. रजा अपने घरवालों क़े साथ आकर उसे गाली देने लगा। ज़ब गाली देने से मना किया तो उसे मारा पीटा गया। इतना ही नहीं गला दबाकर जान से मारने का प्रयास किया गया। बीच-बचाव करने पहुंचे अनीस फात्मा क़े पिता की पिटाई की गई।
अनीस फात्मा इस मामले की फरियाद लेकर 17 सितंबर को सुबह थाने गई थी, आरोप है कि वहां तत्कालीन थाना प्रभारी गणेश प्रसाद सिंह ने उसके साथ पूरे परिवार को गाली देते हुए जूतों से पीटने व जेल भेजने की धमकी भी दी थी, थाना प्रभारी द्वारा पीड़िता को गाली गलौज का आडियो,वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया तो एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कोतवाल को थाना करारी से हटाकर सायबर क्राइम थाने का प्रभारी बना दिया।
अनीस फात्मा ने मामले की शिकायत एसपी सहित पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों से की। कोई मदद न मिलने पर अनीस फात्मा ने 156(3) के तहत कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया। कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेटे हुए एसपी को तत्कालीन थाना प्रभारी रहे इंस्पेक्टर गणेश प्रसाद के खिलाफ केस दर्ज कर जांच सीओ स्तर के अधिकारी से कराने के निर्देश दिए है।