कौशाम्बी,
कौशाम्बी में खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही यमुना नदी,यमुना नदी में आई बाढ़ से 40-45 गांव प्रभावित,
यूपी के कौशाम्बी जिले में यमुना नदी में बाढ़ आने से लगभग 40 से 45 गांव प्रभावित हो गए हैं। यमुना इन दिनों खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही है। यमुना का पानी ग्रामीणों के घरों में घुस गया है, जिसके चलते लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ रहा है। ग्रामीण अपने रिश्तेदारों या फिर सुरक्षित स्थान पर ठिकाना बनाने लगे हैं। बाढ़ की वजह से कुछ गांवों का संपर्क भी टूट गया है। ग्रामीणों को आने जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है।
ग्रामीणों की माने तो जिला प्रशासन की तरफ से कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है। डीएम एवं एएसपी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया है। बाढ़ चौकी बनाकर ग्रामीणों को हर सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। डीएम सुजीत कुमार ने बताया कि भरतपुर से तीन से चार दिन पहले 25 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे यमुना में बाढ़ आ गई है।
जिले के लगभग 40 से 45 गांव बाढ़ की जद में हैं। यमुना का जल स्तर 84.7 मीटर सामान्य से 84.73 मीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। आज तो खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर यानि 87.7 मीटर ऊपर बह रही है। बाढ़ प्रभावित गांव में बाढ़ चौकियां बना दी गई है। पीड़ित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। कुछ लोग सरकारी भवनों में रह रहे हैं तो कुछ अपने रिश्तेदारों या परिजनों के घरों में आशियाना बना चुके हैं। पीड़ितों को खाने-पीने के अलावा चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
डीएम सुजीत कुमार ने बताया की चायल तहसील क्षेत्र के लगभग 20.25 गांव और मंझनपुर के 10.15 गांव है जो की बाढ़ से प्रभावित है,इन सभी प्रभावित गांवों के लेखपालों को स्वस्थ निर्देश दे दिए गए है की वह सभी के धान की फसल जो की डूब गई है उनका आंकलन कर ले जिससे की सभी को आपदा प्रबंधन के तहत मदद दी जा सके।