स्कूल में बकरी का खून देखकर डर गया कक्षा दो का छात्र, घर पहुंचने के बाद हुई मौत,परिजनो में मचा कोहराम

कौशाम्बी,

स्कूल में बकरी का खून देखकर डर गया कक्षा दो का छात्र, घर पहुंचने के बाद हुई मौत,परिजनो में मचा कोहराम,

यूपी के कौशाम्बी जिले में स्कूल में बकरी का खून देखकर डरे हुए कक्षा दो के छात्र की दहशत के चलते घर पर मौत हो गई,मासूम बच्चे की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।

घटना कोखराज थाना के उच्च प्रथमिक विद्यालय रोही की है जहा कक्षा दो में पड़ने वाले छात्र मंकुश ने अपनी कक्षा में कुछ रहस्यमय चीजे देख ली,जिसके बाद घर में उसकी मौत हो गई। परिवारी जनों का कहना है कि स्कूल में भूत प्रेत देखने से वह डर गया था और उसकी मौत हो गई,उसकी मौत से घर में कोहराम मच गया।

नगर पालिका परिषद भरवारी के रोही गांव में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय रोही में गांव के बच्चें पड़ते हैं, उन्ही बच्चो के साथ मंकूश उम्र लगभग आठ वर्ष पुत्र चैतु भी कक्षा दो का छात्र था l

गुरुवार को रोज की तरह मंकुश भी पड़ने के लिए उच्च प्राथमिक विद्यालय रोही गया हुआ था, गुरुवार को ही अपनी कक्षा दो में बकरी का खून देखा था, इसके बाद वह डर गया और घर में आकर घरवालों को बताया कि मैंने स्कूल में भूत देखा है तो घरवाले उसकी बात पर विश्वास नहीं किए लेकिन गुरुवार शाम तक मंकूश डरा डरा हुआ लगा तो उसको भरवारी कस्बे के डॉक्टर को दिखाया और दवा ली, रात में वह ठीक था।शुक्रवार को घरवालों ने मंकूश को स्कूल नहीं भेजा, शनिवार को शाम को मंकुश की मौत हो गई , जिससे घरवालों में स्कूल के प्रति आक्रोश ब्याप्त है।

वही उसी स्कूल में रूपा देवी कक्षा चार में पड़ती है, उसका कहना है कि उसने भी कक्षा दो में बकरी और खून के छीटें देखा था, तो वो भी बीमार हो गई थी lकेसनी कक्षा एक में पड़ती है उसने भी कहा कि मैंने भी भूत देखा था मैं भी बीमार हो गई थी l

इस संबंध में जब उच्च प्राथमिक विद्यालय रोही की प्रधानाध्यापिका रश्मि कुमारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि भूत प्रेत अन्धविश्वास है, मैं भी स्कूल में सबके जानें के बाद जरूरी काम हो जानें पर शाम तक विद्यालय में रहती हूं, बच्चें की मौत को लेकर बताया कि बच्चें खेलने के दौरान गिर गए होंगे, कही चोट आई होगी या अन्य कोई वजह हो सकती है, विद्यालय में कभी किसी बच्चें को भूत प्रेत देखने की बात मुझसे या किसी अध्यापकों से किसी बच्चे, अभिभावक ने आकर नही बताया है l

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor