कौशाम्बी,
सत्ता का महिमामंडन करने वाला लोककवि नहीं,बिहार में अनामिका को कविता पढ़ने से रोकने पर बोले कवि शाहरुख,
बिहार में मशहूर कवियित्री अनामिका जैन अंबर को मंच पर कविता पढ़ने से रोकने का मामला तूल पकड़ चुका है। कौशाम्बी निवासी टीवी कलाकार और कवि शाहरुख सिद्दीकी ने कवियित्री को ही आड़े हाथों लिया है। हालांकि उन्होंने कार्यक्रम बंद कराने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की भी मांग की है।
टीवी कलाकार और कवि शाहरुख सिद्दीकी ने गुरुवार को मंझनपुर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सत्ता का महिमामंडन करने वाला कतई लोककवि नहीं कहा जा सकता। कई ऐसे कवि हैं जो सिर्फ सरकार की खुशामद के लिए कविता पाठ कर रहे हैं। इन्होंने हिंदी कविता के मंच को सियासत का अड्डा बना दिया है।
कोई सरकार में बैठने वालों के लिए पढ़ रहा है तो कोई खुलकर उसके बचाव में लगा हुआ है। असल कवि वही है जो साहित्य धर्म का पालन करे। कवि की हर पंक्ति में जनहित-लोकहित के लिए संघर्ष नजर आना चाहिए। हालांकि शाहरुख ने ये भी कहा कि किसी कवि को काव्यपाठ से रोकना अनुचित है।