निर्धन बालिका की निःशुल्क शिक्षा के लिए महिला सशक्तिकरण केंद्र ने पेश की मिशाल,बालिका का कराया निःशुल्क दाखिला

कौशाम्बी

सरकार द्वारा बालिकाओ के लिए चलाई जा रही योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को धरातल पर दिखाने के लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी लगातार प्रयासरत है।जिसके तहत शिक्षा ग्रहण न कर पाने वाली  बेटियों को निःशुल्क शिक्षा दिलाने  के लिए एवम महिला सशक्तिकरण को अमली जामा पहनाने के लिए महिला सशक्तिकरण केंद्र कौशाम्बी की जिला समन्वयक अंजू द्विवेदी द्वारा मिशन शक्ति फेज 3 एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत गुलनाज बानो पुत्री गुलाम नबी निवासी- मोहब्बतपुर पैइंसा की बालिका का बी. ए प्रथम में निःशुल्क दाखिला करवाया, महिला कल्याण विभाग द्वारा मिशन शक्ति के द्वितीय चरण के उपरांत उदय श्याम इंटर कॉलेज सिराथू में कार्यक्रम का आयोजन किया था, उस कार्यक्रम में बालिकाओं के साथ वाद संवाद किया गया था,जिसमें एक बालिका गुलनाज बानों ने पढ़ाई की इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि मैं इंटर की छात्रा हूं मेरे पिताजी बहुत गरीब हैं, वह बहुत बीमार रहते हैं हम चार बहने दो भाई हैं, बड़ी बहन की शादी हो चुकी है, दूसरी बहन का एक हाथ से दिव्यांग है व मेरे दोनों भाई भी एक हाथ एक पैर से दिव्यांग हैं, मैं इंटर की पढ़ाई के बाद आगे पढ़ना चाहती हूं जिसे मैं गांव की हर एक लड़की और समाज के लिए प्रेरणा बनकर पितृसत्ता सोंच को नकारात्मक से सकारात्मक कर और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करना चाहती हूं। इतना सुनने के बाद अंजू द्विवेदी ने भरोसा दिलाया कि तुम्हारी आर्थिक तंगी के कारण तुमको आगे की शिक्षा में कोई बाधाएं नहीं आएंगी और महिला कल्याण विभाग आपकी पूरी मदद करेगा ।काफी प्रयासों से यह संभव हो पाया ।जैसे ही पता चला गुलनाज बानों का इंटरमीडिएट रिजल्ट आया, सूचित करके जिला प्रोबेशन कार्यालय मंझनपुर बुलाकर उनके पिताजी को भी समझाया और की बेटी को बढ़ने के लिए आपके आशीर्वाद की जरूरत है उसे आगे बढ़ने दीजिए । बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व मिशन शक्ति के तृतीय चरण के तहत जिला प्रोबेशन अधिकारी कौशांबी के निर्देशानुसार अंजू द्विवेदी द्वारा बालिका गुलनाज बानो का रिद्धि सिद्धि कॉलेज भरवारी में बी. ए प्रथम का नि:शुल्क एडमिशन करवाया, बालिका गुलनाज बानो ने अंजू द्विवेदी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि मैं पुलिस विभाग में जाकर देश के लिए कुछ करना चाहती हूं जो कुछ भी आगे बनूंगी सिर्फ आपकी वजह से ऐसी और भी कई बालिकाओं का दाखिला करवा चुकी हैं।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor