कौशाम्बी:शैक्षिक भ्रमण कर बच्चों ने जाना सांस्कृतिक व धार्मिक विरासत का महत्व,तहसीलदार अनंत अग्रवाल ने बच्चों को बस से शैक्षिक भ्रमण के लिए किया है रवाना,
यूपी के कौशाम्बी जिला के कड़ा ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय सौंरई बुजुर्ग में छात्र छात्राओं को रविवार को सुबह अभिभावकों की सहमति से शिक्षक कक्षा 6 से 8 के उन बच्चों को शैक्षिक भ्रमण के लिए ले जाया गया, जो बच्चे नियमित स्कूल आते रहे है।
शैक्षिक भ्रमण के लिए जा रहे छात्र छात्राओं की बस को तहसीलदार सिराथू अनंत अग्रवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बस से चलकर सभी छात्र व छात्राएं स्कूल की प्रधानाध्यापक रूपा साहू के घर पहुंचे और वहां पर नाश्ता किया। उसके बाद सभी बच्चों को एक डायरी पेन प्रदान किया गया जिससे बच्चे भ्रमण के दौरान आवश्यक जानकारियों को नोट कर सके।
शहजादपुर पहुंचने पर वहां पर बच्चों ने लंका मैदान पर बनी विशालकाय रावण की प्रतिमा के साथ फोटोग्राफी कराई और गंगा नदी पर बने दुर्गा भाभी सेतु की जानकारी लिया। बच्चे सबसे पहले कुंडा क्षेत्र में भगवान शंकर के हौदा रूप में स्थापित हाउदेश्वरनाथ बाबा के शिवलिंग का दर्शन व उनके इतिहास की जानकारी प्राप्त किया।
तत्पश्चात बच्चों को श्रृंगवेरपुर धाम ले जाया गया जहां पर भगवान श्रीराम और निषादराज का मिलन हुआ था व श्रीराम को केवट ने अपनी नाव से गंगा पार उतारा था। यहां बच्चों ने निषादराज पार्क का भ्रमण कर ऐतिहासिक जानकारी लिया। उसके बाद कुंडा पहुंचकर बच्चों को लंच कराया गया। उसके बाद बच्चों ने भक्तिधाम मनगढ़धाम पहुंचकर भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं व उनके आदर्शों की जानकारी हासिल किया।
शैक्षिक भ्रमण में बच्चों के साथ में गए शिक्षक अजय साहू ने बताया कि ऐसे शैक्षिक भ्रमण से बच्चे पाठयपुस्तकों से बाहर निकलकर वास्तविक दुनिया में ज्ञान प्राप्त किया, जिससे उन्हें अपने सांस्कृतिक विरासत, इतिहास, वास्तुकला और विभिन्न संस्कृतियों के प्रति गहरी समझ विकसित होती है। साथ ही अपने धार्मिक स्थलों का भ्रमण करने से उनके धार्मिक महत्व और उसमें निहित संदेशों को समझने का अवसर मिलता है। इससे छात्र भारतीय परम्पराओं आध्यात्मिकता और नैतिकता सीखते है जिससे उनके सामाजिक और भावनात्मक विकास में मदद मिलती है। शैक्षिक भ्रमण से से छात्रों को प्रत्यक्ष भागीदारी से सीखने की प्रक्रिया अधिक प्रभावशाली होती है व यह भ्रमण बहुआयामी शिक्षण अनुभव प्रदान करता है जो उनके शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास के लिए महत्वपूर्ण है। शैक्षिक भ्रमण में शिक्षक शिवम केसरवानी, राजेश शर्मा आदि शामिल रहे।








