परिषदीय स्कूलों में 4 महीने बाद देर से आईं किताबें, फिर भी राष्ट्रगान की पंक्ति से उत्कल और बंग शब्द गायब,लोगो में आक्रोश

कौशाम्बी,

परिषदीय स्कूलों में 4 महीने बाद देर से आईं किताबें, फिर भी राष्ट्रगान की पंक्ति से उत्कल और बंग शब्द गायब,लोगो में आक्रोश,

यूपी के कौशाम्बी जिले में परिषदीय विद्यालयों का नया सत्र अप्रैल 2022 से शुरू हो गया था। सत्र शुरू होने के लगभग 4 महीने बाद छात्रों को किताबें उपलब्ध कराई गई। लेकिन किताबों में बड़ी खामियां कर दी गई। कक्षा 5 की सभी किताबों में राष्ट्रगान की पंक्तियों से उत्कल और बंग शब्द गायब हो गया है। इसको लेकर विपक्ष अब सरकार पर हावी हो गया है। हालांकि बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि प्रिंटिंग के दौरान गड़बड़ी हुई है। उच्च अधिकारियों से शिकायत कर इस गड़बड़ी को दुरुस्त करवाया जाएगा। जिले के लोगों का कहना है कि राष्ट्रगान से छेड़छाड़ करना कोई मामूली बात नहीं है। इस पर सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए। अब देखना यह होगा क्या इस गड़बड़ी को दुरुस्त किया जाएगा या फिर शिक्षा सत्र समाप्त होने का इंतजार किया जाएगा।

यूपी के कौशांबी में परिषदीय विद्यालयों का शिक्षा सत्र अप्रैल महीने से शुरू हो गया था। सत्र शुरू होने के लगभग 4 महीने बाद परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के पठन-पाठन के लिए पुस्तकें उपलब्ध कराई गई। पुस्तकें मिलने के बाद जब बच्चों ने पठन-पाठन का कार्य शुरू किया तो उनकी निगाह राष्ट्रगान की पंक्तियों पर पड़ी। कक्षा 5 की किताबों में राष्ट्रगान की पंक्तियां में उत्कल और बंगा शब्द गायब है। दोनों शब्द गायब होना कोई मामूली बात नहीं है। यह राष्ट्रगान के साथ छेड़छाड़ का मामला है।

कांग्रेस नेता अरुण विद्यार्थी ने किताबो पर राष्ट्रगान से छेड़छाड़ करने का बंगाल में भाजपा सरकार के हारने के कारण द्वेष वश किए जाने का आरोप लगाया है,उन्होंने कहा की यदि इसे जल्द दुरुस्त कराए अन्यथा इसके लिए सड़क पर उतरकर कांग्रेस प्रदर्शन करेगी।

वही इस मामले में कौशाम्बी बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह ने बताया कि यह मिस प्रिंटिंग है। प्रकाशन के दौरान ही गड़बड़ी हुई है। इसे दुरुस्त कराने के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। जल्द ही इसे दुरुस्त कराया जाएगा। यह मानवीय भूल के कारण हुआ है। जानबूझकर किसी ने गलती नहीं की है।

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor