कौशाम्बी मेडिकल कालेज मे गंभीर हालत में आए मरीज को ICU चिकित्सकों की टीम ने दिया नया जीवनदान,मरीज ने टीम का व्यक्त किया आभार

कौशाम्बी,

मेडिकल कालेज मे गंभीर हालत में आए मरीज को ICU चिकित्सकों की टीम ने दिया नया जीवनदान,मरीज ने टीम का व्यक्त किया आभार,

यूपी के कौशाम्बी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज ) कौशाम्बी के चिकित्सालय के ICU विभाग मे गंभीर हालत में आए मरीज को ICU चिकित्सकों की टीम ने नया जीवनदान दिया है,नया जीवन मिलने पर मरीज ने टीम का आभार व्यक्त किया है।

मेडिकल कॉलेज के ICU विभाग मे 23 अगस्त को विनोद साहू पुत्र दहाडी लाल निवासी ग्राम सैयद सरांवा कौशाम्बी को अति गंभीर स्थिति में भर्ती किया गया, भर्ती के समय मरीज का मधुमेह 450 एमजी, लीवर पैरामीटर, एस०जी०ओ०टी०, एस०जी०पी०टी०, काफी बढ़ा हुआ था, दोनो फेफडों में पानी भरा हुआ था, तथा उस समय मरीज का आक्सीजन लेवल 70-80 प्रतिशत था, किडनी की दशा भर्ती के समय सिरम क्रीटनिन 4.0, सिरम यूरिया 100 के ऊपर था। भर्ती के समय मरीज को सांस लेने मे समस्या थी तथा गुर्दा एवं फेफडों का कार्य करना सुचारू रूप से बन्द कर दिया था। ऐसी स्थिति मे मरीज मल्टी आर्गन फेल्योर की तरफ जा रहा था, जिससे मरीज के बचने की बहुत ही कम सम्भावना थी।

ICU डाक्टर्स की टीम डा० नरेन्द्र कुमार सहायक आचार्य सर्जरी विभाग, डा० संजीव सिंह, (टी०बी० चेस्ट रोग विशेषज्ञ) डा० सुरभि प्रकाश एवं डा० ए०के० सिंह (जनरल मेडिसिन विभाग) तथा आई०सी०यू० स्टाफ एक साथ मिलकर पूरे प्रयास से इलाज किया गया तथा समय समय पर आपसी समन्वय के साथ बैठक करते हुए मरीज की निरन्तर देख रेख की गयी। भर्ती मरीज के इलाज मे समस्त दवाओं का चिकित्सालय द्वारा निःशुल्क में उपलब्ध कराया गया।

चिकित्सकों की टीम ने मरीज के बिमारी से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त करने पर उसके तीमारदारों द्वारा अवगत कराया गया कि मरीज का लगभग एक माह से बुखार, सांस लेने मे समस्या, पेट मे सूजन की समस्या से ग्रसित है, जिसके उपचार हेतु प्रयागराज के युनाइटेड हास्पिटल में भर्ती कर 04 दिन उपचार किया गया, तथा प्राईवेट हास्पिटल मे 05 दिनो तक उपचार कराया गया परन्तु कोई सुधार नही हुआ। स्थिति गंभीर होने पर एस०आर०एन० हास्पिटल में भर्ती किया गया। एस०आर०एन० हास्पिटल मे 02 दिन भर्ती रहने पर भी कोई सुधार नही हुआ, मरीज की हालत गंभीर होने पर आर०एम०एल० हास्पिटल लखनऊ के लिए रेफर किया गया था। मरीज को परिजनों द्वारा आर०एम०एल० हास्पिटल लखनऊ में भर्ती कर 02 दिनों तक बेड की उपलब्धता की प्रतिक्षा की गयी, मरीज की अधिकता के कारण बेड न मिलने पर मरीज की हालत अत्यन्त गंभीर हो गयी।

इलाज से थक हारकर अन्तिम चरण में मरीज के परिजनो ने अपने जिले के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज )कौशाम्बी के चिकित्सक डा० नरेन्द्र कुमार सहायक आचार्य सर्जरी विभाग से दूरभाष से सम्पर्क कर भर्ती करने का अनुरोध किया। जहां डा० नरेन्द्र कुमार सहायक आचार्य की उपस्थिति में रात्री 12:30 बजे ICU विभाग मे भर्ती कराया गया, जाचोंपरान्त ज्ञात हुआ कि मरीज मोड्स (मल्टी आर्गन फेल्योर) (मरीज के दोनो फेफडों मे संक्रमण, लीवर तथा किडनी का संक्रमण) के साथ साथ अनियंत्रित मधुमेह और डेगू बुखार से ग्रसित था। प्रधानाचार्य डा० प्रो० हरिओम कुमार सिंह के कुशल निर्देशन में मेडिकल टीम डा० संजीव सिंह, (टी०बी० चेस्ट रोग विशेषज्ञ) डा० सुरभि प्रकाश एवं डा० ए०के० सिंह (जनरल मेडिसिन विभाग) एवं आई०सी०यू० स्टाफनर्स प्राची, मेडिसिन स्टाफनर्स तरूणा सिंह, अंजूलता, सपना, तथा वार्डब्वाय शैलेन्द्र शुक्ला, अजय मिश्रा, कृष्ण गोपाल द्वारा मरीज का 10 दिनों तक नियमित उपचार के बाद मरीज की हालत मे सुधार हुआ, तथा 01 सितंबर को मरीज पूर्णतः स्वस्थ होकर समस्त चिकित्सकों का धन्यवाद और आभार व्यक्त करते हुए अपने घर चला गया।

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor