कौशाम्बी,
डीएम ने टीबी से ग्रसित 02 बच्चों को लिया गोद,वितरित की पोषण पोटली,
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा टी०बी० मुक्त भारत टी०बी० मुक्त उ०प्र० 2025 के परिपालन में वर्ष 2024 के अन्तिम दिन डीएम मधुसूदन हुल्गी ने जनपद के टी0बी0 ग्रसित 02 बच्चों-शिवांश दिवाकर उम्र 05 वर्ष पुत्र रवि कुमार गौरा रोड भरवारी एवं अनुभव कुशवाहा उम्र 14 वर्ष पुत्र राम नारायण ग्राम रोही भरवारी को गोद लेकर उन्हें पोषण पोटली वितरित की।
डीएम ने पोषण पोटली (जिसमें 01 किग्रा मूंगफली, 01 किग्रा भूना चना 01 किग्रा गुड़, 01 किग्रा सत्तू 01 किग्रा तिल/गजक एवं 01 किग्रा बॉर्नविटा) वितरित कर अगले साल 2025 के लिए जनपद के टी०बी० उन्मूलन कार्यक्रम को नई गति प्रदान की है।
विदित रहें कि, वर्तमान में जनपद में टी०बी० के कुल 1965 मरीज दवा ले रहें हैं, जिसमें 104 बच्चे सम्मिलित है। डीएम ने सर्वप्रथम निःक्षय मित्र के रूप में 104 बच्चो को जनपद स्तरीय अधिकारियों को गोद दिलवाया है। ये अधिकारी बच्चों के इलाज के साथ-साथ छः माह तक चलाये जाने वाली दवा की निरन्तरता एवं उनके पोषण पर भी ध्यान देगें। प्रत्येक माह पोषण पोटली वितरण के साथ-साथ इनके स्वास्थ्य का हाल-चाल भी लेते रहेंगें।
डीएम के निर्देशानुसार सीएमओ ने जनपद के समस्त जनपद स्तरीय अधिकारियों तहसील/ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों के साथ-साथ समस्त ग्राम प्रधानों, प्रभावशाली व्यक्तियों से अनुरोध किया है कि वर्ष-2025 की शुरुआत से इस मुहिम में आगे आकर निःक्षय मित्र बनें एवं टी०बी० रोग को जड़ से मिटाने में स्वास्थ्य विभाग को सहयोग प्रदान करें। उन्होंने यह भी बताया कि 100 दिन के इस अभियान में सभी एएनएम, आशा एवं आगनबाड़ी कार्यकत्रियों को लगाया गया है, जो अपने-अपने क्षेत्र के हर घर में दस्तक देंगी। घर के सभी सदस्यांं से क्षय रोग के लक्षणों से सम्बन्धित 10 सवाल करेंगी। इसी आधार पर रोगी का पता लगायेंगी। स्क्रीनिंग के बाद जिसमें क्षय रोग के लक्षण मिलेंगे, उनकी जॉच करायी जायेंगी। क्षय रोग की पुष्टि होने के बाद रोगी का उपचार कराया जायेंगा।
सीएमओ एवं जिला क्षय रोग अधिकारी संयुक्त रूप से समस्त जनप्रतिनिधियों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर निःक्षय मित्र बनने के लिए अनुरोध करेगें एवं जनपद को वर्ष-2025 तक टी०बी० मुक्त बनाने में सहयोग करने की अपील करेंगे।