कौशाम्बी:स्वशासी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय में आंखों की जांच एवं आपरेशन के लिए सुविधाएं उपलब्ध,
यूपी के कौशाम्बी जिले के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय से सम्बद्ध चिकित्सालय के नेत्र विभाग की ओपीडी में प्रतिदिन बढ़ी संख्या में रोगियों को परामर्श एवं उपचार दिया जा रहा है। विभाग में सामान्य बीमारियों के साथ-साथ मोतियाबिन्द के आपरेशन की विशेष सेवाएँ भी उपलब्ध है।
प्रत्येक दिवस चिकित्सालय में 1000 से ज्यादा, रोगियों का पंजीकरण किया जा रहा है,जिनमें से लगभग 20 से अधिक मरीज नेत्र विभाग में सामान्य चिकित्सा उपचार एवं मोतियाबिन्द से ग्रसित मरीजों का निःशुल्क आपरेशन तथा निशुल्कू काला चश्मा,लेन्स व दवायें उपलब्ध किया जाता है।
नेत्र विभाग के वार्ड में भर्ती मरीजों को चौबीसों घंटे निगरानी, उपचार निःशुल्क दवायें प्रदान की दी जा रही है। जिनको अनुभवी नेत्र सर्जन, नेत्र परीक्षण अधिकारी, नर्सिंग स्टाफ, वार्ड ब्वाय, वार्ड आया द्वारा मरीजों की निरंतर देखभाल की जा रही है। सभी शल्य क्रियाएँ आधुनिक तकनीकों एवं सुरक्षा मानकों के अनुसार की जा रही है।
मोतियाबिंद NCT Auto Ref पिछले सप्ताह कुल 75 मेजर सर्जरी सफलतापूर्वक संपन्न की गई।संक्रमण नियंत्रण एवं स्वच्छता मानकों का पालन उच्च स्तर पर किया जा रहा है।
प्राचार्य डा० (प्रो०) हरिओम कुमार सिंह ने बताया कि नेत्र विभाग का उद्देश्य मरीजों को त्वरित, निः शुल्क आपरेशन तथा निःशुल्क चश्मा, लेन्स व दवाये प्रदान करना है। उन्होंने आमजन से अपील की कि किसी भी नेत्र संबंधी समस्या के लिए समय पर अस्पताल से संपर्क करें।
डॉक्टर स्नेहिल मिश्रा ने लोगो से अपील की है कि इन सर्दियों में वह अपनी आंखों की विशेष देखभाल करे, उन्होंने बताया कि इन दिनों में आँखों की सामान्य समस्याओं में धुंधली दृष्टि, सिरदर्द, आँखों में दर्द या जलन और आँखों से पानी आना शामिल हैं। ये समस्याएँ उम्र, चोट, संक्रमण या विटामिन की कमी जैसे कई कारणों से हो सकती हैं। अगर समस्या गंभीर या लगातार बनी रहती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
सामान्य लक्षण
धुंधली या धुंधली दृष्टि,सिरदर्द,आँखों में दर्द, जलन या चुभन,पलकें फड़कना,आँखों से पानी आना या सूखी आँखें,दोहरी दृष्टि,तेज रोशनी के प्रति संवेदनशीलता,आँखों में सूजन,गहराई की अनुभूति में कमी।
सामान्य समस्याएँ और कारण
अपवर्तक त्रुटियाँ (Refractive Errors): मायोपिया (निकट दृष्टि), हाइपरोपिया (दूर दृष्टि), एस्टिग्मेटिज्म और प्रेसबायोपिया सबसे आम हैं और इनके कारण अक्सर धुंधली दृष्टि होती है।
सूखी आँखें (Dry Eyes): आँसू की कमी से होती हैं, जिससे आँखों में जलन और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
विटामिन ए की कमी: रतौंधी (रात में कम दिखाई देना) और कार्निया को नुकसान हो सकता है।
ग्लूकोमा (Glaucoma): एक गंभीर स्थिति जो दृष्टि हानि का कारण बन सकती है।
मोतियाबिंद (Cataracts): आँखों के लेंस का धुंधला होना।








