विज्ञान क्लब द्वारा वैज्ञानिक भ्रमण कार्यक्रम संपन्न,दुग्ध उत्पादन की विभिन्न मशीनों की तकनीक से रूबरू हुए विद्यार्थी

कौशाम्बी,

विज्ञान क्लब द्वारा वैज्ञानिक भ्रमण कार्यक्रम संपन्न,दुग्ध उत्पादन की विभिन्न मशीनों की तकनीक से रूबरू हुए विद्यार्थी,

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश के दिशा निर्देशन में जिला विज्ञान क्लब कौशांबी द्वारा वैज्ञानिक शोध प्रयोगशालाओं/औद्योगिक संस्थानों में भ्रमण एवं वैज्ञानिक व्याख्यान कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद के 9 माध्यमिक विद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों का पराग दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड प्रयागराज में भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

उक्त भ्रमण हेतु जिला विद्यालय निरीक्षक सच्चिदानंद यादव एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह ने बस को हरी झंडी दिखाकर विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को रवाना किया। इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक सच्चिदानंद यादव ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम के द्वारा विद्यार्थियों में वैज्ञानिक शोध की जिज्ञासा जागृत होती है।

भ्रमण कार्यक्रम के उद्देश्य को बताते हुए समन्वयक जिला विज्ञान क्लब वसीम अहमद ने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बढ़ते शोध एवं विकास से स्कूली विद्यार्थियों को जोड़ने एवं विद्यार्थियों के दैनिक जीवन में वैज्ञानिक सोच, कार्य व्यवहार को बढ़ावा देने, विद्यार्थियों के मस्तिष्क में उत्पन्न होने वाले कौतूहल, प्रश्नों एवं प्रयोगों का समाधान करने के उद्देश्य से विज्ञान क्लब द्वारा वैज्ञानिक/औद्योगिक संस्थानों के भ्रमण का आयोजन किया गया।इसी क्रम में बच्चों ने पराग दुग्ध उत्पादक केंद्र के विभिन्न मशीनों, उपकरणों की तकनीक एवं दूध के द्वारा बनाए जाने वाले विभिन्न उत्पादकों पनीर, दही, मट्ठा, घी, मक्खन, क्रीम आदि के विषय में बारीकियों से अध्ययन किया।

केंद्र के प्रभारी (पी0एन0आई0) संतलाल यादव ने बच्चों को जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि समितियों द्वारा जो दूध प्राप्त किया जाता है सर्वप्रथम उसके ग्रेडिंग, वेटिंग, प्रोसेसिंग के पश्चात उसे स्टोर किया जाता है एवं पॉली पैक करके सप्लाई की जाती है। इसी क्रम में विशेषज्ञ आनंद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि लाल रंग के पैकिंग में एफसीएम, ग्रीन पैकेट में स्टैंडर्ड, नीले पैकेट में टोंड एवं सफेद पैकेट में स्कीमड अथवा जनता मिल्क पैक किया जाता है। डेरी सुपरवाइजर नंदलाल पाल ने बताया कि अधिक मात्रा में मिल्क उपलब्ध होने पर क्रीम सेपरेटर द्वारा होमोनाइजर के माध्यम से प्लेन बटर और पाउडर बना लिया जाता है जो कम दूध उत्पादन वाले दिनों में दुग्ध की आपूर्ति के काम आता है ।

समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि पराग दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड प्रयागराज के महाप्रबंधक जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि जीवन की सफलता के लिए नवीन तकनीक का अध्ययन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि पराग केंद्र का मुख्य उद्देश्य शुद्धता, स्वच्छता एवं जनहित सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि किसानों से प्राप्त दुग्ध का उन्हें उचित मूल्य प्रदान करना एवं ग्राहकों को शुद्ध उत्पाद उचित मूल्य पर प्रदान करना पराग का मुख्य उद्देश्य है। उनके द्वारा सभी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का संचालन विज्ञान संचालक आयुष साहू ने किया ।

इस अवसर पर सहायक महाप्रबंधक अजय कुमार शुक्ला, कृषि वैज्ञानिक डॉ आशीष श्रीवास्तव ने अपने वैज्ञानिक विचार प्रस्तुत किए। डॉक्टर संतोष कुमार सिंह, डॉ रविंद्र कुमार, विपिन कुमार, उमेश कुमार, प्रताप सिंह, धीरेंद्र सिंह, शीतला प्रसाद पांडेय, धनवंतरी कुमार, प्रिया देवी, रश्मि यादव एवं कमलेश कुशवाहा सहित अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor