डीएम ने परिवार नियोजन जन-जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

कौशाम्बी,

डीएम ने परिवार नियोजन जन-जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना,

यूपी के कौशाम्बी डीएम मधुसूदन हुल्गी तथा सीएमओ डॉ0 सुष्पेंद्र कुमार ने परिवार नियोजन जन-जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली मंझनपुर पीएचसी से प्रारम्भ होकर मंझनपुर चौराहा होते हुए पुनः मंझनपुर पीएचसी पर समाप्त की गई।

सीएमओ डॉ सुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस हर वर्ष 11 जुलाई को मनाया जाता है, यह वैश्विक जनसंख्या और उससे जुड़ी चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित दिन है। यह अभियान 11 जुलाई से 31 जुलाई तक संचालित किया जायेंगा, जिसमें सभी क्लाइंट को सेवा प्रदान किया जायेंगा।

परिवार नियोजन पखवाड़ा का स्लोगन-“विकसित भारत की नई पहचान, परिवार नियोजन हर दंपति की शान” थीम के तहत मनाया जायेंगा। परिवार नियोजन के लिए सामुदायिक स्तर पर अलख जगाने के लिए वर्ष 1989 से 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जा रहा हैं। प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं का प्रावधान न केवल अनचाहे गर्भधारण को रोकने के लिए, बल्कि मातृ और शिशु स्वास्थ्य कल्याण के लिए भी महत्व रखता हैं। इसलिए विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर इस प्रतिकूल परिदृश्य में पूरे माह जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा को जिला स्तर से लेकर प्रखंड स्तर पर चलाया जा रहा है।

परिवार कल्याण के नोडल डॉ0 हिंद प्रकाश मणि ने बताया कि सीमित परिवार हर मायने में खुशहाली का प्रतीक होता हैं, छोटे परिवार में ही बच्चों की बेहतर परवरिश संभव होती है एवं उन्हें जरुरी संसाधन उपलब्ध हो पाता है, इसलिए विश्व जनसंख्या दिवस के माध्यम से आम-लोगों को नियोजित परिवार के विषय में संकल्प दिलाया जाता हैं। उन्होंने कहा कि इस परिप्रेक्ष्य में ही जिले के समस्त ब्लॉक में 2-2 महिला नसबंदी कैंप एवम 1-1 पुरुष नसबंदी कैंप का आयोजन किया गया हैं, जिसमे अधिक से अधिक लोगों को परिवार नियोजन की सेवाएं प्रदान की जायेंगी, इसके तहत पंजीकृत दंपति को परिवार नियोजन का स्थाई एवं अस्थाई साधन उपलब्ध कराया जायेगा।इस दौरान जिला स्तर से लेकर सामुदायिक स्तर तक विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम संचालित कियें जायेंगे।

उन्होंने बताया कि खुशहाल परिवार, स्वस्थ परिवार के लिए भी परिवार नियोजन जरूरी है, इसके लिए परिवार नियोजन के किसी भी विधि को अपनाया जा सकता है, जो सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर निःशुल्क उपलब्ध है, स्वस्थ जच्चा एवं बच्चा के लिए लड़की की शादी 18 साल के बाद एवं लड़के की शादी 21 वर्ष के बाद ही करना चाहिए। 20 साल के बाद ही महिला द्वारा गर्भधारण सुरक्षित होता हैं। 11 जुलाई से 31 जुलाई तक सेवा प्रदान पखवाड़ा मनाया जाएगा।

इस अवसर पर प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ0 नीरज, यू.पी.टी.एस.यू  प्रभाकर दूबे, बी.पी.एम अवनीश मिश्र, बी.सी.पी.एम घनश्याम पाल एवं एएनएम, संगिनी, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री उपस्थित रहीं।

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor