कौशाम्बी:शोषण के विरूद्ध अधिकार,पॉश एक्ट व बच्चों के अधिकार विषय पर विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन,
यूपी के कौशाम्बी जिले में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ द्वारा प्रस्तावित एक्शन प्लान के तहत एवं जनपद न्यायाधीश जे०पी० यादव के निर्देशन पर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय माध्यमिक इण्टर कालेज देवखरपुर, तहसील सिराथू जनपद कौशाम्बी में शोषण के विरूद्ध अधिकार, पॉश एक्ट व बच्चों के अधिकार विषय पर विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।
इस जागरूकता शिविर में बच्चों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अपर जनपद न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कौशाम्बी पूर्णिमा प्रांजल ने भारतीय संविधान सहित कई अन्य विधियों व कानूनों में बाल अधिकारों और शोषण के विरुद्ध प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बाल अधिकारों के हनन व बच्चों के शोषण से उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से गहरी चोट पहुंचती है जिससे न केवल उनका स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास प्रभावित होता है अपितु सीखने की क्षमता भी प्रभावित होती है।
महिला कल्याण विभाग कौशाम्बी से जिला मिशन समन्वयक पूनम पाल ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, 181 महिला हेल्पलाइन, वन स्टॉप सेन्टर (सखी केन्द्र), निराश्रित महिला पेंशन योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
वन स्टॉप सेन्टर (सखी केन्द्र) कौशाम्बी की सदस्य वीणारानी ने बताती कि वन स्टाप सेन्टर भारत सरकार की योजना है जो घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न और अन्य प्रकार की हिंसा से प्रभावित महिलाओं को एक ही छत के नीचे चिकित्सा, कानूनी, मनोवैज्ञानिक और पुलिस सहायता प्रदान करती है। इसे सखी सेन्टर के नाम से भी जाना जाता है। यह योजना निजी और सार्वजनिक दोनों जगहों पर महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा से निपटने के लिए है और यह सभी महिलाओं को तत्काल सहायता प्रदान करती है। कार्यकम उपरान्त कॉलेज परिसर में वृक्षारोपण का आयोजन भी किया गया।
कार्यक्रम में अपर जनपद न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पूर्णिमा प्रांजल,महिला कल्याण विभाग से जिला मिशन समन्वयक पूनम पाल, वन स्टॉप सेन्टर सदस्य वीणारानी, लेखपाल, कानूनगों, प्रधानाचार्य संजय भद्र एवं पी०एल०बी० अखिलेश कुमार चौधरी उपस्थित रहें।








