सीएमओ ने लोगो को हीटबेव/लू से बचाव के लिए एडवाइजरी की जारी,सावधानी बरतने की दी सलाह

कौशाम्बी,

सीएमओ ने कौशाम्बी के वासियों को हीटबेव/लू से बचाव के लिए एडवाइजरी की जारी,सावधानी बरतने की दी सलाह,

आ रही ’लू’ वाली गर्मी, पहचानें लक्षण और बरतें सावधानी ताकि न हो स्वास्थ्य सम्बन्धी कोई परेशानी,मौसम में असामान्य बदलाव के बीच चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने लू से बचाव के लिए परामर्श जारी किया है।कौशाम्बी सीएमओ  डॉ0 सुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि हीटवेव की स्थिति शरीर की कार्यप्रणाली पर प्रभाव डालती है, इससे प्रभावित व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। लू के प्रभाव को कम करने के लिए रेडियो सुने, अखबार पढ़ें और टेलीविजन पर आने वाले ताजा समाचारों को सुने ताकि स्थानीय मौसम का पता चलता रहे। हीट स्ट्रोक, हीट रैश, हीट क्रैम्प के लक्षणों जैसे कमजोरी, चक्कर आना, सर दर्द, उबकाई, ज्यादा पसीना आना, मुर्छा आना आदि को पहचानें यदि मुर्छा या बीमारी का आभास हो तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं आपात की स्थिति में 108/102 एंबुलेंस सेवा का लाभ उठाएं।

बचाव के लिए रहे हाईड्रेट

लू से बचाव के लिए हाइड्रेट रहे यानी शरीर में पानी की कमी से बचें, इसके लिए अधिक से अधिक पानी पिएं, यात्रा करते समय पानी का प्रयोग ज्यादा करें।ओ.आर.एस., घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी (माड़), नींबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें। जल की अधिक मात्रा वाले मौसमी फल एवं सब्जियों जैसे खरबूजा, संतरे, अंगूर, खीरा, ककड़ी एवं सलाद पत्ता आदि का प्रयोग करें एवं शरीर को ढककर रखें।हल्के रंग के पसीना सोखने वाले हल्के कपड़े पहने, धूप के चश्मे, छाता, टोपी व चप्पल का प्रयोग करे, व्यक्ति खुले में कार्य करते हैं वे सर, चेहरा हाथ पैर को गीले कपड़ों से ढक कर रखें तथा छाते का प्रयोग करें।

अधिक से अधिक समय घर या कार्यालय के अंदर ही बितायें

हमेशा हवादार स्थान पर रहे, सूर्य की सीधी रोशनी तथा गर्म हवा को रोकने का उचित प्रबंध करें, अपने घरों को ठंडा रखें। दिन में खिड़कियां, पर्दे तथा दरवाजे बंद रखें विशेषकर घर तथा कार्यालय के उन जगहों पर जहां सूरज की सीधी रोशनी पड़ती हो, शाम/रात के समय घर तथा कमरों को ठंडा करने के लिए इन्हें खोल दें ।

उच्च जोखिम समूहों के लिए परामर्श

सीएमओ डॉ सुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि उच्च जोखिम समूह जैसे एक वर्ष से कम आयु के शिशु तथा अन्य छोटे बच्चे, गर्भवती महिलायें, बाहरी वातावरण में कार्य करने वाले व्यक्ति, बीमार व्यक्ति विशेषकर हृदय रोगी अथवा उच्च रक्तचाप से ग्रसित व्यक्ति तथा ऐसे व्यक्ति जो ठंडे क्षेत्र से गर्म क्षेत्र में जा रहे हो यह सब सामान्य आबादी की तुलना में हीट वेव के लिए ज्यादा संवेदनशील होते हैं इनकें बचाव पर अत्यधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।

यह न करें

महामारी विशेषज्ञ डॉक्टर नागेंद्र सिंह आमजन को लू से बचाव के प्रति सचेत करते हुए कहा कि अधिक गर्मी वाले समय में विशेषकर 12 से 3 बजे के मध्य सूर्य की रोशनी में जाने से बचें। नंगे पैर,बाह न निकलें, अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के प्रयोग से यथासंभव बचें। बासी भोजन का प्रयोग न करें, बच्चों तथा पालतू जानवरों को खड़ी गाड़ियों में न छोड़ें। गहरे रंग के भारी तथा तंग कपड़े न पहनें। रसोई वाले स्थान को ठंडा करने के लिए दरवाजे खिड़कियां खोल दें। शराब, चाय, काफी, कार्बोनेटेड, सॉफ्ट ड्रिंक आदि के प्रयोग करने से बचें, यह शरीर में निर्जलीकरण करते हैं।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor