कौशाम्बी,
भारत मुक्ति मोर्चा ने संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा और सामाजिक न्याय के लिए की राष्ट्रव्यापी जिला स्तरीय जन आक्रोश रैली,6 सूत्रीय सौंपा ज्ञापन,
यूपी के कौशाम्बी जिला मुख्यालय में भारत मुक्ति मोर्चा, बहुजन क्रांति मोर्चा, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा एवं राष्ट्रीय परिवर्तन मोर्चा के तत्वाधान में समस्त भारतीयों के मताधिकार के मौलिक अधिकार, संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा के लिए और बहुजन समाज के मौलिक एवं संवैधानिक अधिकार के लिए और उनके ऊपर हो रहे अन्याय अत्याचार के विरोध में न्याय के लिए तथा निम्न स्थानीय स्तर के महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बहुजन समाज के देशभर के हजारो संगठनों द्वारा विभिन्न मुद्दों पर राष्ट्रव्यापी चरणबद्ध आंदोलन (धरना प्रदर्शन, जेलभरो आंदोलन और जन आक्रोश रैली) की घोषणा की है,इसके लिए सैकड़ो की संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति को संबोधित अपनी 6 सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा है।
संगठन ने मांग किया है कि सभी चुनाओ में EVM को हटाकर बैलेट पेपर से चुनाव कार्य जाए,पिछडे वर्ग (ओबीसी) की और सभी जाति समूहों की जातीय आधारित जनगणना कराई जाए,आदिवासियों पर हो रहे अन्याय को बंद किया जाए,मुस्लिम, इसाई और बौद्ध समुदाय के संवैधानिक अधिकार, सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए एवं इन समुदाय के साथ हो रहे धार्मिक भेदभाव हिंसा और उत्पीड़न और मॉबलिंचिंग को बंद किया जाए, SC/ST/OBC के कर्मचारियों को प्रोन्नति (Promotion) में आरक्षण तत्काल लागू किया जाए।
संगठन के मंडल अध्यक्ष जुगराज सिंह ने बताया कि यह आंदोलन वर्तमान केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों तथा प्रशासन की मूलनिवासी बहुजन समाज विरोधी विभिन्न नीतियों और बहुजन समाज के ऐतिहासिक व संवैधानिक अधिकारों की उपेक्षा के विरोध में सामाजिक न्याय के लिए किया जा रहा है।