यौमे जन्नतुल बक़ी के मौक़े पर सऊदी हुकूमत के खिलाफ़ लोगों में आक्रोश,रसूले अकरम की बेटी के मज़ार को गिराये जाने के विरोध में मौलाना ने किया खेताब

कौशाम्बी,

यौमे जन्नतुल बक़ी के मौक़े पर सऊदी हुकूमत के खिलाफ़ लोगों में आक्रोश,रसूले अकरम की बेटी के मज़ार को गिराये जाने के विरोध में मौलाना ने किया खेताब,

यूपी के कौशाम्बी जिले में सऊदी सरकार ने मदीना शहर में मौजूद रसूले अकरम की बेटी बीबी फ़ात्मा ज़हरा(स) की मज़ारे मुक़द्दस जन्नतुल बक़ी को गिराये जाने की बरसी पर सऊदी हुकूमत के खेलाफ़ रसूले अकरम(स) की बेटी के चाहने वालों ने मजलिस आयोजित कर अपने गुस्से का इज़हार किया, वहीं मौलाना ने अपनी तकरीर में सऊदी सरकार से जन्नतुल बक़ी की दोबारा तामीर कराने की मांग की है।मंगलवार को ईद की आठ तारीख थी इस तारीख को 26 अप्रैल सन 1926 को सऊदी सरकार ने जन्नतुल बक़ी को मिस्मार करते हुए कहा था कि ये सब बिदअत है। सऊदी सरकार के इस निर्णय के बाद उनके चाहने वालों ने पूरी दुनिया में धरना प्रदर्शन कर सऊदी सरकार से अपने फैसले को बदल कर बीबी फ़ात्मा ज़हरा(स)के मज़ार को पुनः बनाये जाने की मांग किया, लेकिन सऊदी सरकार ने दुनिया में हो रहे उसके खेलाफ़ धरना प्रदर्शन पर ध्यान नहीं दिया। इस सिलसिले में करारी के रहीमपुर मौलानी गांव में मजलिस का आयोजन किया गया। मजलिस को मौलाना सैयद ज़मीर हैदर क़िबला रिज़वी ने खेताब करते हुए कहा कि जन्नतुल बक़ी को दो बार तोडा गया है। कहा की सऊदी सरकार ने अपने बयान में यह भी कहा था कि हम ऐसी किसी भी बिदअत को नही मानते और कहा कि हम अपने देश में मोजूद किसी भी तरह के मज़ार निर्माण की अनुमति नहीं दे सकते। आज मदीना शहर की गलियां वीरान है,मज़ार पर कोई शमा रौशन करने वाला नहीं है। आजके दिन पूरी दुनिया में यौमे जन्नतुल बक़ी के मौक़े पर शिया समुदाय के लोगों ने सऊदी सरकार के खेलाफ़ नारे बाज़ी की।वहीं भरवारी के मंझियावां गांव में मजलिसो मातम कर लोगों ने सऊदी सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाकर उसके खिलाफ प्रदर्शन किया।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor