बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक में एक दिवसीय हड़ताल पर रहे बैंक कर्मी

कौशाम्बी,

बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक में एक दिवसीय हड़ताल पर रहे बैंक कर्मी,

आल इंडिया रीजनल रूरल बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन के आवाहन पर देश भर की 43 ग्रामीण बैंकों के 70000 से ज्यादा अधिकारी एवम कर्मचारी हड़ताल पर रहें। उपरोक्त हड़ताल का आवाहन भारत सरकार द्वारा ग्रामीण बैंकों को भी निजीकरण के रास्ते मे ले जाने की प्रारम्भ की जा रही कार्यवाही के विरोधस्वरूप किया गया है। विदित हो कि भारत सरकार ने ग्रामीण बैंकों को अपनी वैधानिक अवस्यकताये हेतु आवश्यक कैपिटल जुटाने हेतु शेयर बाजार के माध्यम से IPO लाकर पूंजी जुटाने के निर्देश जारी कर दिए गए है, जबकि एसोसिएशन सभी ग्रामीण बैंकों को एक करते हुए भारतीय राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक बनाकर ग्रामीण भारत से सीधा जुड़ी 100 करोड़ आबादी के लिए एक बैंक स्थापित करने की मांग कर रही है।

उपरोक्त मांग को लेकर 12 अगस्त को दिल्ली जंतर मंतर में धरना भी दिया गया और अभी तक देश भर के 100 से ज्यादा सांसदों को ज्ञापन दिया जा चुका है। इसी के साथ 30000 से ज्यादा रिक्त पदों पर भर्ती, 20000 से ज्यादा दैनिक वेतन पर कार्य कर रहे अस्थाई कर्मचारियों का नियमतिकरण, मृतक आश्रित सेवायोजना को वर्ष 2014 से लागू करना, नई पेंशन योजना को वापस लेना, बैंकिंग पेंशन नियम वर्ष 1993 को ग्रामीण बैंकों में वर्ष 1993 से प्रभावी करना, सेवा शर्तों एवम प्रमोशन नीति को बैंकिंग उद्योग अनुसार समान रूप से लागू करना आदि प्रमुख मांग शामिल है।उपरोक्त आवाहन के तहत बडौदा यूपी बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय कौशाम्बी में शुक्रवार को हड़ताली अधिकरियो एवम कर्मचारियों ने 11am से 4pm तक धरना एवम प्रदर्शन किया ।


धरने को अनिल दत्ता क्षेत्रीय अध्य्क्ष, दानिश कबीर क्षेत्रीय मंत्री विक्रम श्रीवास्तव संयोजक उ प्र संयुक्त परिषद अभिषेख सिंह अध्य्क्ष बृजेश सिंह क्षेत्रीय मंत्री विकाश सिंह फारुख अहमद आर पी शर्मा शंकर लाल देशराज, मयंक तिवारी ज्ञानेन्द्र संयोजक कौशाम्बी विजित अग्रवाल आलोक रंजन सुरेंद्र, पप्पू, शिवकुमार, आदि सैकड़ो कर्मचारियों ने सभा को सम्बोधित किया।प्रतिनिधि मंडल ने वित्त मंत्री को सम्बोधित ज्ञापन क्षेत्रीय प्रबंधक को सौंपा है।

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor