आवारा पशु, जर्जर सड़क और बंद पानी टंकी से त्रस्त किसान, सिराथू तहसील में भाकियू अंबावता ने प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन 

कौशाम्बी,

आवारा पशु, जर्जर सड़क और बंद पानी टंकी से त्रस्त किसान, सिराथू तहसील में भाकियू अंबावता ने प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन,

यूपी के कौशाम्बी जिले के सिराथू तहसील परिसर शुक्रवार को किसानों की आवाज़ से गूंज उठा,जब भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के बैनर तले सैकड़ों किसान विभिन्न जनसमस्याओं को लेकर प्रदर्शन करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जिलाध्यक्ष नरेंद्र कुमार पांडेय की अध्यक्षता और तहसील अध्यक्ष राजकुमार राजपूत की मौजूदगी में किसानों ने ज्ञापन सौंपते हुए तीन प्रमुख मांगों को तत्काल प्रभाव से पूरा करने की मांग की।

किसानों ने ज्ञापन में स्पष्ट किया कि ग्राम सभा बिदनपुर ककोढा में आवारा पशुओं की समस्या विकराल होती जा रही है। पिछले पाँच महीनों से संगठन गौशाला निर्माण की मांग कर रहा है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। किसानों का कहना है कि आवारा पशु रात-दिन खेतों में घुसकर खड़ी फसलें तबाह कर रहे हैं, जिससे उनकी आजीविका पर संकट मंडरा रहा है। सरकार की ओर से प्रत्येक ग्राम सभा में गौशाला निर्माण का आदेश होने के बावजूद बिदनपुर ककोढा में इसका निर्माण न होना प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है।

ज्ञापन में दूसरी बड़ी समस्या ग्राम सभा बिदनपुर ककोढा के मुख्य मार्ग की बदहाली को लेकर उठाई गई,प्रदर्शनकारी किसानों ने बताया कि बड़के पुल से कालीमाता मंदिर होते हुए कोरियाना व शंकर जी के मंदिर तक जाने वाला मार्ग पूरी तरह टूट चुका है। गड्ढों और कीचड़ से भरा यह मार्ग बारिश के दिनों में और भी खतरनाक हो जाता है। ग्रामीणों को आने-जाने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। संगठन ने इस मार्ग का निर्माण जल्द से जल्द कराने की मांग की है।

जल जीवन मिशन के तहत बनी पानी की टंकी को लेकर भी किसानों ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि ग्राम सभा में पानी की टंकी तो बना दी गई, लेकिन आज तक पानी की सप्लाई शुरू नहीं हुई है। टंकी महज़ एक ढांचे के रूप में खड़ी है जबकि ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए अभी भी परेशान होना पड़ता है। भाकियू अंबावता ने मांग की है कि इस टंकी से जल्द से जल्द जल आपूर्ति शुरू करवाई जाए।

किसान यूनियन के प्रदर्शन के दौरान किसानों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और सभी समस्याओं की त्वरित जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि इन मांगों पर जल्द कार्यवाही नहीं हुई, तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जाएगा।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor