डीएम ने किसानों की पानी सहित सभी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने के दिये निर्देश

कौशाम्बी,

डीएम ने किसानों की पानी सहित सभी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने के दिये निर्देश,

यूपी के कौशाम्बी डीएम सुजीत कुमार की अध्यक्षता में सम्राट उदयन सभागार में किसान दिवस का आयोजन किया गया। बैठक में डीएम ने किसानो की समस्याओं को सुना एवं सम्बन्धित अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने के निर्देश दिये।बैठक में किसानों ने बताया कि वर्षा न होने के कारण धान की रोपाई/सिंचाई में समस्या आ रही हैं, इस सम्बन्ध में अधिशासी अभियंता सिंचाई ने बताया कि किशनपुर पम्प नहर के सभी पम्प संचालित हैं तथा निचली गंगा नहर, प्रखण्ड फतेहपुर, सिंचाई खण्ड फतेहपुर में बैराज से 50 से 60 प्रतिशत ही पानी उपलब्ध कराया जा रहा है, जिस पर डीएम ने अधिशासी अभियंता सिंचाई को आ रही समस्याओं का निस्तारण कराते हुए सभी नहरों को संचालित करने के निर्देश दियें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी जे0ई0 क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर आ रही समस्याओं का निस्तारण करना सुनिश्चित करें, जिससे किसाने को सिंचाई करने में कोई परेशानी न होने पाये। उन्होंने अधिशासी अभियंता विद्युत को निर्देशित किया कि ट्रान्सफार्मर आदि खराब होने पर तत्काल ठीक कराया जाय तथा पर्याप्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित किया जाय।डीएम ने किसानों की शिकायत पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से कहा कि अभियान चलाकर निराश्रित गौवंशों को पकड़कर गौशालाओं में संरक्षित किया जाय तथा यह सुनिश्चित किया जाय कि गौशालाओं से गोवंशों को छोड़ने की शिकायत न आने पाये। उन्होंने सभी पशु चिकित्साधिकारियों को नियमित रूप से गौशालाओं का निरीक्षण कर सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित रखने के निर्देश दियें। उन्होंने जिला कृषि अधिकारी से कहा कि फसल क्षति होने पर किसानों को अधिक से अधिक मुआवजा दिलाये जाने हेतु सभी आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित किया जाय।मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने किसानों से सहभागिता योजना के तहत गोवंशों को लेने का आग्रह किया। बैठक में कृषि वैज्ञानिक डॉ0 नवीन कुमार शर्मा द्वारा किसानों को मौसम प्रतिकूल होने के कारण धान की रोपाई में आ रही समस्याओं का समाधान, जल प्रबन्धन, उर्वरक प्रबन्धन एवं फसलों को रोग से बचाने हेतु उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। उन्होंने कहा कि जो किसान धान की रोपाई नहीं कर पा रहें हैं वे ज्वार, बाजरा व अरहर आदि की बुआई कर सकतें हैं।

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor