भरवारी में रेलवे क्रासिंग पर घंटों लगा रहा भीषण जाम,आड़ी तिरछी खड़ी गाड़ियों के चलते लगा रहा भीषण जाम,ट्रैफिक पुलिस रही नदारद

कौशाम्बी,

भरवारी में रेलवे क्रासिंग पर घंटों लगा रहा भीषण जाम,आड़ी तिरछी खड़ी गाड़ियों के चलते लगा रहा भीषण जाम,ट्रैफिक पुलिस रही नदारद,

यूपी के कौशाम्बी जिले के नगर पालिका परिषद भरवारी में मंगलवार की दोपहर से भीषण जाम लगा रहा, दोपहर से लगे भीषण जाम का मुख्य कारण भरवारी रेलवे फाटक के पास आड़ी तिरछी गाड़ियों के खड़ें रहने के साथ साथ अन्ना मवेशियों का सड़क पर घूमना दिखाई दिया। इस दौरान दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे तक तकरीबन 6 घंटे भीषण जाम लगा रहा। जिसमें फंसे लोग इधर उधर देखते रहे। भीषण जाम में तनिक भी इधर उधर न जाने की जगह न होने के चलते जाम के झाम में फंसे लोगों के पसीने छूट गये।6 घंटे भीषण जाम के दौरान चौराहे पर न तो यातायात का और न ही स्थानीय चौकी का एक भी पुलिस कर्मी दिखाई दिया।

भीषण जाम लगा होने के चलते रेलवे फाटक भी खुला तो गाड़ियों की बेहतहरीबी से खड़े होने के चलते कोई भी वाहन नही निकल पा रहा था। ऐसे में रेलवे ट्रैक बाधित होता देख रेलवे की RPF पुलिस के जवानों ने पहुँचकर जाम को हटवाया पर भीषण जाम होने के चलते भरवारी गौरा रोड चौराहे पर स्कूली बसों के फंसे होने के चलते जाम नही हट सका और लोग जाम में फंसकर परेशान दिखे।

भरवारी में मंगलवार को लगे भीषण जाम के दौरान ट्रेन न बाधित हो इसके लिए रेलवे फाटक के आसपास रेलवे पुलिस फ़ोर्स तैनात रही। हालांकि कुछ देर के लिए जब फाटक खुला तो फाटक खुलने के बाद तकरीबन दो घंटे फाटक बंद नही हो पाया। वहीं फाटक खुले होने के चलते ट्रेन न बाधित हो आरपीएफ पुलिस ने कड़ी मशक्कत करके लोगों को वाहनों को फाटक पार करवाया और आनन फानन में रेलवे फाटक बंद करवाया।वही भीषण जाम में फंसी‌ स्कूली बसों से अभिभावक बच्चों को खुद से घर ले गये।

भरवारी में मंगलवार की दोपहर से लेकर शाम तक ड्यूटी में तैनाती के दौरान यातायात पुलिस की लापरवाही के चलते भीषण जाम लगा रहा। इस दौरान भरवारी गौरा रोड़, पुरानी बाजार, मंझनपुर रोड़ , करारी रोड़ सहित अन्य मार्गों पर भीषण जाम लगा रहा। जाम के दौरान स्कूलों की छुट्टियों के होने के बाद स्कूली बसें जाम में फंस गयी। तो देर तक जाम में बसों के फंसने के चलते बस चालक ने बच्चों के अभिभावकों को फोन कर जाम की जानकारी दी तो ज्यादातर अभिभावक बच्चों को स्वयं घर ले गये।गनीमत रही कि इस दौरान ट्रेनों का आवागमन बहुत ही कम रहा जिसके चलते ट्रेन प्रभावित नहीं हुई है।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor