उत्तर प्रदेश,
सीएम योगी एवं केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री ने ग्राम पंचायत स्तर पर डिजिटल लेन-देन के प्रोत्साहन हेतु समर्थ-2023 का किया शुभारम्भ,
न्यूज ऑफ इंडिया ( एजेन्सी)
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजन है कि आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में हमारी बहनों का योगदान हो। प्रधानमंत्री जी द्वारा देश में भ्रष्टाचारमुक्त भारत एवं महिला सशक्तीकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के दृष्टिकोण से अनेक कार्यक्रम प्रारम्भ किये गये हैं। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में बनी सरकार ने जनधन योजना की शुरुआत की थी। पहली बार जीरो बैलेंस पर करोड़ों लोगों का बैंक एकाउण्ट खोला गया। इससे पूर्व, किसी भी बैंक में एकाउण्ट खोलने के लिए कम से कम 500 से 1000 रुपये तक की धनराशि जमा करना आवश्यक होता था।
मुख्यमंत्री गुरुवार को केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री गिरिराज सिंह के साथ आयोजित एक कार्यक्रम में ग्राम पंचायत स्तर पर डिजिटल लेन-देन के प्रोत्साहन हेतु समर्थ-2023 का शुभारम्भ एवं बी0सी0 सखी के राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान बी0सी0 सखियों के कार्याें एवं 75 केस स्टडी की एक पुस्तक का विमोचन किया गया। 04 नवनियुक्त बी0सी0 सखियों को नियुक्ति पत्र एवं 04 बी0सी0 सखी को पाॅस मशीन प्रदान की गयीं। इस अवसर पर बी0सी0 सखियों के सम्बन्ध में एक लघु वृत्त चित्र एवं प्रधानमंत्री द्वारा बी0सी0 सखियों से संवाद स्थापित करने के सम्बन्ध में एक लघु वृत्त चित्र का प्रदर्शन किया गया। दो बी0सी0 सखियों ने अपने अनुभव भी साझा किये। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
कार्यक्रम में देशभर से आयीं सभी बी0सी0 सखियों एवं स्टेक होल्डर्स का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया कि डिजिटल ट्रांजेक्शन को प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित यह दो दिवसीय बी0सी0 सखी राष्ट्रीय सम्मेलन सफलता की नई ऊंचाइयां प्राप्त करेगा। देश के सभी 06 लाख गांव तक हम इस सुविधा को पहुंचा सकेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में जब कोरोना महामारी अपने चरम पर थी, उस समय प्रधानमंत्री जी द्वारा जनपद प्रयागराज में बैंकिंग काॅरेस्पाॅण्डेण्ट (बी0सी0)-सखी कार्यक्रम की शुरुआत की गयी थी। प्रधानमंत्री द्वारा शुभारम्भ किया गया बी0सी0 सखी कार्यक्रम आज बी0सी0 सखी के राष्ट्रीय सम्मेलन के रूप में हम सभी के सामने है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगभग 56 हजार से अधिक ग्राम पंचायतें हैं। इसमें बी0सी0 सखी के चयन की प्रक्रिया पहले ही पूरी की जा चुकी है। 51 हजार बी0सी0 सखियों को प्रशिक्षित करने के उपरान्त लगभग 41 हजार बी0सी0 सखियों ने अपना कार्य प्रारम्भ कर दिया है। इस दौरान प्रदेश में बी0सी0 सखियांे ने 05 करोड़ 57 लाख से अधिक ट्रांजेक्शन किये हैं। इस प्रक्रिया में लगभग 13 हजार 600 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ। इससे बुजुर्गाें, महिलाओं एवं अन्य नागरिकों को बैंक जाने की आवश्यकता नहीं रही। साथ ही, बैंकर की सुविधा को भी बी0सी0 सखियों ने आगे बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बी0सी0 सखियों से संवाद स्थापित करने के बाद प्रधानमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की थी कि वह अपने सपने को व्यावहारिक धरातल पर उतरते हुए देख रहे हैं। राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना सहित विभिन्न योजनाओं में डी0बी0टी0 के माध्यम से लगभग 3.50 लाख करोड़ रुपये की धनराशि अन्तरित की है। विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं में प्रतिवर्ष लगभग 75 हजार करोड़ रुपये की धनराशि का अन्तरण डी0बी0टी0 के माध्यम से किया जाता है। 56 हजार बी0सी0 सखियां महिला सशक्तिकरण का उदाहरण बनते हुए हर गांव में स्वयं बैंक की एक मिनी ब्रांच बनकर गांव में लेन-देन के सारे कार्यक्रम सम्पन्न कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश असीमित सम्भावनाओं वाला प्रदेश है। इन सम्भावनाओं पर प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में तेजी से कार्य किया जा रहा है। प्रदेश की प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्राम सचिवालय के निर्माण कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है। शीघ्र ही सभी ग्राम पंचायतों का अपना सचिवालय होगा। इन ग्राम सचिवालयों में कम्प्यूटर आॅपरेटरों की नियुक्ति की जा चुकी है, जहां गांव से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र सहित विभिन्न प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि ग्राम सचिवालय में बी0सी0 सखी के बैठने की भी व्यवस्था होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीकी का उपयोग करते हुए भ्रष्टाचार पर प्रहार करने के लिए डिजिटल ट्रांजेक्शन की तरफ जाना होगा। इससे गरीब को शासन की सुविधा का लाभ आसानी से प्राप्त होगा। उन्होंने प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 10 लाख आवास की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार तथा केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में विगत 06 वर्षों में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में लगभग साढ़े 54 लाख गरीबों को एक-एक आवास की सुविधा देने में प्रदेश सरकार को सफलता प्राप्त हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक बिना किसी भेदभाव प्राप्त हो रहा है। वास्तविकता में यही रामराज्य की अवधारणा है, जहां किसी के साथ कोई भेदभाव न हो। शासन की योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति को उसकी पात्रता के अनुसार प्राप्त हो, यही सुशासन का सबसे बड़ा लक्ष्य है। प्रधानमंत्री के सुशासन का लाभ देश के प्रत्येक नागरिक को सफलतापूर्वक मिल रहा है। हमारी बहनें बी0सी0 सखी के रूप में इसकी वाहक बनी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राष्ट्रीय सम्मेलन प्रधानमंत्री के विजन को जमीनी धरातल तक पहुंचाने व अन्य सेक्टर को इसके साथ जोड़ने में सहायक होगा। बी0सी0 सखियां अभी बैंकिंग लेन-देन का कार्य कर रही हैं। इसके अलावा अनेक जगहों पर बिजली का बिल जमा करने सहित अन्य कार्यक्रमों को भी आगे बढ़ाने का कार्य कर रही हैं। प्रदेश में बी0सी0 सखी कार्यक्रम सफलता की नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्र्रियों द्वारा पोषाहार वितरित किया जाता है। उत्तर प्रदेश सम्भवतः देश का पहला राज्य है, जो महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से हर घर तथा जरूरतमंद तक पोषाहार पहुंचाने का कार्य कर रहा है। इसके लिए बड़े-बड़े प्लाण्ट विकासखण्ड स्तर तक लगाने की कार्यवाही अंतिम चरण में चल रही है। केन्द्र व राज्य सरकार मिलकर क्वालिटी कण्ट्रोल करते हुए इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में महिला सशक्तीकरण के एक नये उदाहरण के रूप में बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी की चर्चा करते हुए कहा कि यह कम्पनी बुन्देलखण्ड क्षेत्र में कार्य कर रही है। बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी ने वर्ष 2019 में अपना कार्य प्रारम्भ किया था। इस कम्पनी का ट्रांजेक्शन एवं नेट प्राॅफिट अभूतपूर्व है।
इस अवसर पर केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बना रहे हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की बहनों ने कमाल का कार्य किया है। देश एक माॅडल बना है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में बी0सी0 सखियां 01 लाख रुपये से अधिक कमा रही हैं। वर्ष 2014 में वर्तमान केन्द्र सरकार के गठन के समय 02 करोड़ 35 लाख बी0सी0 सखियां कार्य कर रही थीं। आज लगभग 10 करोड़ के लक्ष्य को छूने जा रहे हैं। आई0एम0एफ0 ने देश का गुणगान किया है। भारत की अर्थव्यवस्था में डिजिटल ट्रांजेक्शन में वृद्धि से देश सशक्त हुआ है।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोच व विचार हमेशा महिलाओं को आगे बढ़ाने के होते हैं। वह उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। उन्होंने देश में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनायी है। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2014 के बाद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने व सशक्त बनाने पर फोकस किया है। वर्ष 2014 से पूर्व बुजुर्ग लोगों को बैंकिंग कार्यों में गारण्टर की आवश्यकता पड़ती थी। प्रधानमंत्री ने इस मिथक को तोड़ा है।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनते ही प्रधानमंत्री ने महिला सशक्तीकरण के स्वर्णिम युग की ओर कदम बढ़ाया। ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के संकल्प से शुरुआत करते हुए बी0सी0 सखी आप सबके सामने है। बी0सी0 सखी के रूप में महिलाओं की पहचान बन रही है। उनका सम्मान बढ़ा है। महिलाएं विश्वास का प्रतीक बन गयी हैं। बी0सी0 सखियों की आमदनी बढ़ाने एवं उन्हें लखपति बनाने पर कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री द्वारा प्रत्येक घर की महिलाओं को विभिन्न कार्यक्रमों से जोड़कर महिला सशक्तीकरण पर बल दिया जा रहा है।
इस अवसर पर जनपद कानपुर की महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा श्री अन्न का एक-एक पैकेट उपहार स्वरूप अतिथियों को प्रदान किया गया।इसके पूर्व, केन्द्रीय ग्रामीण विकास सचिव शैलेश कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम, कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास हिमांशु कुमार, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी सहित विभिन्न बैंकों के राज्य प्रमुख एवं विभिन्न राज्यों से आयीं बी0सी0 सखियां उपस्थित थीं।