कौशाम्बी,
यूपी की महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग राज्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक,
उत्तर प्रदेश की महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला अपने एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत कौशाम्बी पहुंची,जहा उन्होंने मां शीतला अतिथिगृह सयारा में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
बैठक में राज्यमंत्री ने जनपद में विभागीय कार्यों की विस्तृत समीक्षा करते हुए सभी अधिकारियों को जिम्मेदारीपूर्वक अपने कार्यों का निर्वहन करने के निर्देश दियें। उन्होंने सभी सीडीपीओ एवं सुपरवाइजर से कहा कि अपनी देखरेख में लाभार्थियां को राशन का वितरण समय से सुनिश्चित किया जाय, किसी भी प्रकार की शिकायत न आने पाये। उन्होंने सभी सीडीपीओ से कहा किराये पर संचालित ऑगनबाड़ी केन्द्रों को नजदीक के किसी भी सरकारी भवन में शिफ्ट किया जाय। उन्होंने सभी सीडीपीओ को स्वयं सहायता समूहां की समस्याओं को सुनकर निस्तारित करने के भी निर्देश दियें।
राज्यमंत्री ने मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि जिन ऑगनबाड़ी केन्द्रों में ऑगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिका का पद रिक्त है, पद भरे जाने तक सचिव, ग्राम पंचायत के माध्यम से लाभार्थियों को राशन का वितरण कराया जाय। उन्होंने कहा कि ऑगनबाड़ी केन्द्रों को नर्सरी के रूप में संचालित किया जाय तथा बच्चों को संस्कारित बनाया जाय एवं जनरल नॉलेज की शिक्षा दिया जाय। उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर उन्हें सुपोषित किया जाय तथा बच्चों का आधार कार्ड बनाने के कार्य में प्रगति लायी जाय। उन्हांने कहा कि जनपद के ऑगनबाड़ी केन्द्रों में ऑपरेशन कायाकल्प के तहत सभी आधारभूत सुविधाओं को विकसित किया जायेंगा।
राज्यमंत्री ने जिला प्रोवेशन अधिकारी से जनपद में विधवा पेंशन की विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि विधवा पेंशन सहित अन्य योजनाओं के लम्बित आवेदनों को शीघ्र निस्तारित कराकर पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित किया जाय। उन्होंने विधवा महिला के छोटे बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत लाभान्वित करने के भी निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी बच्चा छूटने न पाये, जिससे बच्चों का पालन पोषण व शिक्षा बेहतर तरीके से हों सकें। इसके साथ ही उन्होंने जनपद के सभी तहसीलों, ब्लॉकों एवं नवनिर्मित ऑगनबाड़ी केन्द्रों सहित अन्य स्थानों पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं विषयक वॉल पेंन्टिग कराने के निर्देश दियें। उन्होंने प्रथम चरण में प्रत्येक ब्लॉक से 05 विद्यालयों को चिन्हित कर बालिकाओं को आत्म सुरक्षा के लिए जूडों-कराटें का प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दियें।
राज्यमंत्री ने जिला प्रोबेशन अधिकारी से कहा कि जनपद में बाल गृह बालक एवं बालिका तथा नारी संरक्षण गृह बनाये जाने के लिए विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर शासन को प्रेषित किया जाय।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 रवि किशोर त्रिवेदी, जिला प्रोवेशन अधिकारी नीरज कुमार एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश कुमार गुप्ता सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।