उत्तर प्रदेश,
पान मसाला एवं तम्बाकू का निर्माण एवं ट्रेडिंग फर्म की हुई वि०अनु0शा० जांच,
न्यूज ऑफ इंडिया ( एजेन्सी)
कमिश्नर राज्य कर विभाग, लखनऊ द्वारा पान मसाला एवं तम्बाकू निर्माणकर्ता फर्मों पर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश के कम में श्री डी०पी० सिंह, अपर आयुक्त ग्रेड-1 जोन प्रथम राज्य कर विभाग, जोन प्रथम, लखनऊ द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए पान मसाला एवं तम्बाकू का निर्माण एवं ट्रेडिंग की दो फर्मों के द्वारा दाखिल विवरणों का विभागीय आई०टी० टूल एवं पोर्टल के डाटा का प्रयोग करते हुए परिशीलन किया गया।फर्म के जी०एस०टीआर-2ए/2बी एवं ई-वे बिल इनवर्ड का परिशीलन करने पर यह परिलक्षित हुआ कि फर्म द्वारा इनवर्ड रॉ मेटेरियल, सुपाड़ी एवं पैकिंग मैटेरियल की तुलना में उत्पादन को कम करके प्रदर्शित किया गया है। जिसके द्वारा टर्नओवर को कम प्रदर्शित करते हुए कर भुगतान से बचा जा रहा है।
उक्त के आधार पर अपर आयुक्त महोदय द्वारा श्री प्रकाश यादव, संयुक्त आयुक्त, (वि०अनु०शा०) सम्भाग बी लखनऊ तथा श्री अरूण शंकर राय, संयुक्त आयुक्त (वि०अनु०शा०) सम्भाग ए. लखनऊ को फर्म के दाखिल रिटर्न एवं उत्पादन का विस्तृत परीक्षण करतें हुए जांच के निर्देश दिये गये है। संयुक्त आयुक्त द्वारा व्यापक परीक्षण कर फर्म के उत्पादन एवं टर्नओवर में व्यापक कमियां पायी गयीं. जिसके आधार पर फर्म के मुख्य व्यापार स्थल व लखनऊ में स्थित ब्रांच स्थलों की जांच वि०अनु०शा० रेन्ज-बी जोन प्रथम, लखनऊ द्वारा दिनांक-29-11-2023 को किया गया है।
जांच के दौरान अजीत कुमार सिंह वि०अनु0शा0 रेन्ज-बी, लखनऊ, उपायुक्त विजय पाल सिंह, सत्येन्द्र सिंह, उत्तम तिवारी, अखिलेश दुबे, सहायक आयुक्त विशाल सिंह, l प्रदीप कुमार, रवि पवार, राज्य कर अधिकारी हर्षित श्रीवास्तव, दिवाकर दुबे, बैजनाथ भावेश तिवारी आदि अधिकारियों ने 05 टीमों ने जांच कार्यवाही पूर्ण की जांच के दौरान पाया गया कि फर्म द्वारा विभिन्न कम्पनियों से सुपाडी, कत्था, पैकिंग मेटेरियल, मेंथा आयल आदि की खरीद की जाती है। व्यापारी द्वारा जांच के समय स्टाक रजिस्टर प्रदर्शित किया गया। जांच के दौरान भौतिक सत्यापन के पश्चात व्यापार स्थल पर रू0 114.00 लाख का स्टॉक अधिक तथा रू0 134.00 लाख का स्टॉक कम पाया गया। जिस पर गणना करते हुए कर एवं अर्थदण्ड के रूप में कुल रू0 123.00 लाख की धनराशि जमा करायी गयी। फर्म के द्वारा दाखिल रिटर्न, इनवर्ड आउटवर्ड सप्लाई, जांच के दौरान अभिगृहीत अभिलेख का परिशीलन इकाई द्वारा किया जा रहा है।