कौशाम्बी,
श्री शत चण्डी महायज्ञ में पांचवे दिन आवाहित देवताओं का पूजन अर्चन के साथ हुआ हवन,यजमानों ने किया हवन,
यूपी के कौशाम्बी जनपद के दारानगर में श्री शत चण्डी महायज्ञ एवं श्रीमद् देवी भागवत कथा का आयोजन चल रहा है। जिसमें भोर काल से ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु यज्ञशाला की विधिवत परिक्रमा करते हैं ।पूरे दिन भक्तों का परिक्रमा हेतु यज्ञशाला में तांता लगा रहता है। पूज्य महाराज स्वामी गोपालाचार्य जी महाराज श्री वैष्णव आश्रम प्रयागराज के सानिध्य में यह कार्यक्रम बहुत ही भव्य तरीके से किया जा रहा है।
मुख्य यजमान राजनारायण मिश्र,कृष्ण कुमार केशरवानी,ओमनिश तिवारी, अमृत लाल केशरवानी के साथ एक दिवसीय यजमान के रूप में राजमणि तिवारी, दीनानाथ अवस्थी,रेवती रमण पांडेय,पवन कुमार तिवारी,नारायण नामदेव,मधुरेश मिश्र, दम्मू अग्रहरि,नीतीश केसरवानी सहित दस यजमान रहे।
सभी यजमानों ने अपने परिवार के साथ वैदिक विधि के द्वारा मां भगवती की पूजन अर्चना की।कथा व्यास आचार्य डॉ0 कृष्ण देवाचार्य ने बताया कि देवी भागवत पुराण, जिसे देवी भागवतम, भागवत पुराण, श्रीमद भागवतम और श्रीमद देवी भागवतम के नाम से भी जाना जाता है।यह देवी भगवती आदिशक्ति दुर्गा जी को समर्पित एक संस्कृत पाठ है और हिंदू धर्म के अठारह प्रमुख महा पुराणों में से एक है ,जोकि महर्षि वेद व्यास जी द्वारा रचित है।
इस पाठ को देवी उपासकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह महापुराण परम पवित्र वेद की प्रसिद्ध श्रुतियों के अर्थ से अनुमोदित, अखिल शास्त्रों के रहस्य का स्रोत तथा आगमों में अपना प्रसिद्ध स्थान रखता है। यह सर्ग, प्रतिसर्ग, वंश, वंशानुकीर्ति, मन्वन्तर आदि पाँचों लक्षणों से पूर्ण हैं। पराम्बा श्री जगदम्बा भगवती दुर्गा जी के पवित्र आख्यानों से युक्त इस पुराण में लगभग अठारह हजार श्लोक है।
छठवें दिन की कथा में श्री कृष्ण जन्मोत्सव की कथा कई आयोजन हुआ जिसमें झांकियां के द्वारा भक्ति में श्रद्धालु भक्त आनंद लेते रहे। कार्यक्रम में नील कमल मिश्र,मूल प्रकाश त्रिपाठी, लक्ष्मीकांत त्रिपाठी एडवोकेट, प्रभाकर शुक्ला, कृष्ण प्रकाश तिवारी, हिमांशु केसरवानी,राजेश त्रिपाठी सहित हजारों लोग कार्यक्रम स्थल में मौजूद रहे।








