सकिपा ने मनाई माता सावित्रीबाई फुले जयंती,कहा नारी शिक्षा के लिए आजीवन समर्पित रहीं माता सावित्रीबाई फुले

कौशाम्बी,

सकिपा ने मनाई माता सावित्रीबाई फुले जयंती,कहा नारी शिक्षा के लिए आजीवन समर्पित रहीं माता सावित्रीबाई फुले,

यूपी के कौशाम्बी जिले में समर्थ किसान पार्टी के तत्वावधान में शुक्रवार को सिराथू ब्लॉक के ग्राम उदहिन बुजुर्ग में नारी शिक्षा के लिए आजीवन समर्पित रहीं माता सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हे कार्यक्रताओं ने नमन किया और उनके द्वारा नारी शिक्षा के लिए किए गए अनेकों अनेक कार्य को याद किया।

समर्थ किसान पार्टी ने धूमधाम से सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई। इस अवसर पर पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। साथ ही उनके द्वारा नारी शक्ति के उत्थान के लिए नारी शिक्षा के कार्य में किए गए उनके योगदान को याद किया।

इस अवसर पर पार्टी नेता एवं जिला पंचायत सदस्य अजय सोनी ने उनके बारे में बताया कि सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी 1831 को नायगांव महाराष्ट्र में हुआ था। इनके पिता का नाम खंडोजी नेवसे पाटिल और माता का नाम लक्ष्मीबाई पाटिल था। प्रसिद्ध समाज सुधारक ज्योतिराव फुले इनके पति थे जबकि बेटे का नाम यशवंतराव फुले था। सावित्रीबाई फुले का निधन 10 मार्च 1897 में पुणे महाराष्ट्र में हुआ।

इसी के साथ अजय सोनी ने बताया कि सावित्रीबाई फुले नारी शिक्षा के लिए आजीवन समर्पित रहीं। उन्होंने महिलाओं और दलित बच्चों के लिए सबसे पहले विद्यालय खोला और उन्हें शिक्षित किया। सामाजिक विरोध और दुर्व्यवहार के बावजूद सावित्रीबाई फुले ने नारी शिक्षा के लिए आजीवन समर्पित और निडर होकर होकर कार्य किया। आगे कहा कि नारी जाति के उत्थान के लिए देश और नारियां सदैव उनकी ऋणी रहेगी।

इस अवसर पर बिनोद दिवाकर, राजेंद्र दिवाकर, मुन्ना गौतम, जयचंद्र लोधी, रामचंद्र यादव, अशोक केसरवानी, जुम्मन अली आदि मौजूद रहे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor