कौशाम्बी,
पूर्व सैनिक कल्याण समिति की बैठक संपन्न,पूर्व सैनिकों के हितोंपर हुई चर्चा,लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय,
यूपी के कौशाम्बी जिले के भरवारी कस्बे में पूर्व सैनिक कल्याण समिति, जनपद-कौशाम्बी की एक मासिक बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें जनपद के तमाम पूर्व सैनिकों ने प्रतिभाग किया।
संस्था के जिलाध्यक्ष पूर्व हवलदार दशरथ लाल करवरिया ने बैठक में आये हुए सभी पूर्व पूर्व सैनिकों का स्वागत व अभिनन्दन किया। साथ ही उन्होंने सभी पूर्व सैनिकों को अपनी संस्था की मासिक बैठक जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय, मंझनपुर में वर्तमान जिला सैनिक कल्याण अधिकारी द्वारा न कराने देने के विषय में अवगत कराया, जबकि उक्त संस्था की बैठक हमेशा सैनिक कल्याण कार्यालय में ही होती चली आ रही है।
जिलाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि वर्तमान जिला सैनिक कल्याण अधिकारी जनपद में पूर्व सैनिकों की रजिस्टर्ड संस्था का पक्ष न लेकर अपना पूर्व सहयोग कुछ चुनिन्दा पूर्व सैनिकों को दे रहे हैं तथा हमें जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय में न आने तथा बैठक न करने देने की हिदायत देते हैं। यह सरासर अन्याय है क्योंकि गिनती के कुछ पूर्व सैनिकों के अलावा सैकडों पूर्व सैनिक हमारी संस्था के सदस्य हैं। एक बाहरी संस्था, “उत्तर प्रदेश पूर्व सैनिक संयुक्त संस्था” जनपद कौशाम्बी में अपने पैर पसारने के लिए प्रयासरत है, जिसे वर्तमान जिला सैनिक कल्याण अधिकारी अपना पूर्ण सहयोग दे रहें हैं तथा उन्हें अपने कार्यालय में बैठकें व अन्य कार्यक्रम आयोजित करने देने की अनुमति भी देते है।
यह जनपद कौशाम्बी की रजिस्टर्ड संस्था, “पूर्व सैनिक कल्याण समिति, जनपद-कौशाम्बी” की प्रबन्धकारिणी समिति व उसके सैकड़ों सदस्यों के साथ घोर अन्याय है, क्योंकि कार्यालय पूर्व सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास, मंझनपुर सभी पूर्व सैनिकों, वीर नारियों, सैनिक विधवाओं व उनके आश्रितों का है, न कि केवल वर्तमान जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के चहेते पूर्व सैनिकों का। इस स्थिति में जनपद कौशाम्बी के अन्दर पूर्व सैनिकों में टकराव की स्थिति उत्पन्न करने के लिए वर्तमान जिला सैनिक कल्याण अधिकारी पूर्ण रूप से जिम्मेदार हैं।
बैठक में यह तय हुआ है कि 26 फरवरी 2025 के बाद संस्था, “पूर्व सैनिक कल्याण समिति, जनपद-कौशाम्बी” के तमाम पदाधिकारी व सदस्य वर्तमान जिला सैनिक कल्याण अधिकारी से बात करेंगें, अगर वह वहाँ बैठकें करने की अनुमति नहीं देगें तो सभी उसी समय डीएम मधुसूदन हुल्गी से मिलकर उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराकर निदान प्राप्त करेंगे।
उक्त बैठक में संस्था के संस्थापक पूर्व सुबेदार मेजर शारदा प्रसाद वर्मा, उपसंस्थापक सुबेदार मेजर कृष्ण चन्द्र गुप्त, वरिष्ठ सलाहकार सुबेदार राजमन, सुबेदार जय नारायण मिश्र, सुबेदार शिव मूरत पाल, जे०डब्ल्यू०ओ० राजेश कुमार यादव, हवलदार सुनील कुमार मिश्रा, नायक नथन लाल, सुबेदार मेजर नरेन्द्र कुमार तिवारी, सार्जेन्ट धनन्जय सिंह, सुबेदार हरी प्रसाद पाण्डेय, कैप्टन अनिल कुमार त्रिपाठी, कैप्टन कृष्ण दत्त आदि तमाम पूर्व सैनिक उपस्थिति थे।