कौशाम्बी,
हमारा विद्यालय हमारा स्वाभिमान कार्यक्रम के संकल्प पत्र का सीडीओ ने किया विमोचन,एक सितम्बर को जनपद के सभी विद्यालयों में शिक्षक और विद्यार्थी लेंगे पंच संकल्प,
यूपी में कौशाम्बी जिले में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ कौशाम्बी के जिला संयोजक ओम दत्त त्रिपाठी के नेतृत्व में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रतिनिधिमंडल ने सीडीओ विनोद राम त्रिपाठी से भेंट की।भेंटवार्ता का परिप्रेक्ष्य एक सितम्बर 2025को “अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ” द्वारा आयोजित किया जाने वाला कार्यक्रम हमारा विद्यालय, हमारा स्वाभिमान रहा।
प्रतिनिधिमंडल के निवेदन पर सीडीओ विनोद राम त्रिपाठी ने संकल्प पत्र का विमोचन किया।कार्यक्रम के सकारात्मक सोच की सराहना करते हुए उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने की शुभकामनाएं दीं एवम् कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अपना पूरा सहयोग देने का आश्वासन भी दिया।
जिला संयोजक ओम दत्त त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा एक सितम्बर 2025 को सम्पूर्ण देश के 5 लाख विद्यालयों में,जिसमें उत्तर प्रदेश के एक लाख विद्यालय सम्मिलित रहेंगे,यह कार्यक्रम पंच सूत्रीय संकल्प के साथ मनाया जाएगा।इसमें प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक के विद्यालय सम्मिलित रहेंगे।यह कार्यक्रम प्रातः काल प्रार्थना सभा में आयोजित किया जाना है।इसमें सभी विद्यार्थियों और विद्यालय स्टाफ को दायां हाथ आगे करके जोर -जोर से पंच संकल्प शुद्ध उच्चारण के साथ एक साथ मिलकर दोहराना होगा।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा अनुशासन,पर्यावरण,चरित्र निर्माण, सामाजिक समरसता,नागरिक कर्तव्यों के प्रति जागरूक भावी पीढ़ी के निर्माण के प्रति एक सकारात्मक वातावरण सृजित करने का प्रयास किया जा रहा है।इसमें शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत सभी शिक्षकों और समाज के सभी प्रबुद्ध लोगों की बहुत बड़ी भूमिका है।
इस अवसर पर जिला संयोजक ओम दत्त त्रिपाठी,ज्ञानेश मिश्रा, बाल चन्द्र,अनूप वर्मा ,कृष्ण कांत तिवारी, दीपक सिंह उपस्थित रहे।
पंच संकल्प
संकल्प :
1-हम मिलकर अपने विद्यालय को स्वच्छ,अनुशासित,हरित तथा प्रेरणास्पद बनाए रखेंगे।
2-हम विद्यालय के सम्पदा-संसाधन तथा समय को राष्ट्रधन मानते हुए उनका संरक्षण और विवेक-पूर्वक उपयोग करेंगे।
3-हम विद्यालय में ऐसा वातावरण बनाएंगे,जहां कोई भेदभाव नहीं होगा।हम सभी समभाव से सीखने और सिखाने के पथ पर अग्रसर रहेंगे।
4-हम शिक्षा को केवल ज्ञान का माध्यम नहीं ,अपितु चरित्र निर्माण, आत्मविकास और समाजसेवा का साधन मानकर कार्य करेंगे।
5-हम इस विद्यालय को केवल एक संस्था नहीं,अपितु संस्कार,सेवा और समर्पण का तीर्थ मानते हुए उसका गौरव बढ़ाने हेतु सतत प्रयत्नशील रहेंगे।
हम यह संकल्प लेते हैं कि हमारा विद्यालय -हमारा तीर्थ है, हमारी आत्मा का अभिमान है और राष्ट्र निर्माण का आधार है।”
।।भारत माता की जय।।