कौशाम्बी में अब खेतों में नहीं जलेगी पराली,बायोमास बैंक किसानों के खेतों पराली खरीदकर बना रहा कंपोज गैस,किसान बोले पराली जलाने के झंझट से मिली मुक्ति,मिल रहा रुपया

कौशाम्बी:कौशाम्बी में अब खेतों में नहीं जलेगी पराली,बायोमास बैंक किसानों के खेतों पराली खरीदकर बना रहा कंपोज गैस,किसान बोले पराली जलाने के झंझट से मिली मुक्ति,मिल रहा रुपया,

यूपी के कौशाम्बी जिले में अब किसान पराली जलाने के झंझट से मुक्ति पा रहे है। ऐसे में किसानों के खेतों में पड़ी पराली ( धान की फसल का अवशेष) बायोमास बैंक नामक कम्पनी खेतों में पहुंचकर खरीदने का काम कर रही है।यह कंपनी इस पराली से कंपोज गैस बनाने का कार्य कर रही है।किसान अब बोल रह है कि हमें पराली जलाने की जरूरत ही नहीं है,हमारे खेती से कंपनी पराली खरीद ले रही है और हमें प्रति बंडल 25 रुपए भी मिल का रहे है,अब तो न पराली को जलाने और न कही फेंकने की जरूरत है।

कौशाम्बी जिले में कंपोज गैस बनाने वाली बायोमास बैंक नामक कम्पनी जनपद के किसानों को अपनी फसल के अवशेषों को बेचने का अच्छा मंच है। जिससे किसानों को आय मिल सके और पराली जलाने की समस्या का समाधान भी हो जा रहा है। इससे अलावा यह एक ऐसा मंच है जो किसानों, आपूर्तिकर्ताओं और औद्योगिक खरीददारों को जोड़ने का काम कर रहा है, और यह कुशल आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन के लिए तकनीक का उपयोग करता है।

बायोमास बैंक न केवल पर्यावरण को साफ रखने में मदद करता है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को रोजगार के अवसर भी पैदा करता है। जो किसानों से खरीदारी की हुई पराली का कंपोज गैस बनाता और कंपोज गैस बनाने के बाद जो अवशेष बच जाता है उसका जैविक खाद जैसे उत्पादों का निर्माण भी करता है।

बायोमास बैंक के कर्मचारी पवन मिश्रा के अनुसार वह किसानों से उनकी पराली खरीदने के वजह में उसे 25 रूपये प्रति बंडल देते है। इसके अलावा पराली का बंडल बनाने से लेकर उसे प्रयागराज के नैनी स्थित प्लांट में भेजने का खर्च उनकी कम्पनी करती है। वह इस पराली से कंपोज गैस ( बायोगैस, एलपीजी गैस व सीएनजी गैस ) बनाने के साथ जैविक खाद बनाने का भी काम करते है।

वहीं इस सम्बन्ध में हमने खेत में मौजूद किसान बुध राम पाल से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि पराली जलाने पर सरकार द्वारा रोक है। ऐसे में हमारे खेतों में पराली खरीदने के लिए एक कम्पनी के लोग आये है। इससे हमे एक फायदा यह है कि आगे की फसलों के लिए खेत खाली मिल जाता है और पराली बेचकर कुछ मुनाफा भी हो जाता है।

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor