डीएम ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को CHC,PHC में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था एवं आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित बनाये रखने के निर्देश

कौशाम्बी: डीएम ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को CHC,PHC में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था एवं आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित बनाये रखने के निर्देश,

यूपी के कौशाम्बी डीएम डॉ अमित पाल ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की,बैठक में डीएम ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से कहा कि सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित रखी जाय। शौचालय एवं बेडशीट साफ रहें। आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित बनाये रखी जाय। मरीजों एवं परिजनों के साथ विनम्र व्यवहार किया जाय।

डीएम ने गत बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा के दौरान ठीक प्रकार से कार्य न करने वाली आशाओं के सम्बन्ध में सही जानकारी न देने पर डी.सी.पी.एम. का वेतन रोकने एवं चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा वी.एच.एस.एन.डी. सेशन के भ्रमण के दौरान पाई गई कमियों को दूर करा दिया जाय तथा सभी आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित रखी जाय।

डीएम ने परिवार कल्याण कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नेवादा, सिराथू, कनैली व मूरतगंज में अपेक्षित प्रगति न पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए प्रभारी चिकित्साधिकारियों को प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने नियमित टीकाकरण में अपेक्षित प्रगति न पाये जाने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिराथू, कनैली व नेवादा से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए।

उन्होने जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान संस्थागत प्रसव में अपेक्षित प्रगति न पाये जाने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिराथू, कनैली व सरसवां से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश देते हुए कहा कि संस्थागत प्रसव पर विशेष ध्यान देकर प्रगति सुनिश्चित किया जाय। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं का ए.एन.सी. पंजीकरण एवं सभी ए.एन.सी. जाॅच पर विशेष ध्यान दिया जाय।

डीएम ने मातृ-मृत्यु एंव आडिट की समीक्षा के दौरान सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा कि मातृ-मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर को और न्यूनतम किया जाय। हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने कहा कि ठीक प्रकार से कार्य न करने वाले सी.एच.ओ. के विरूद्ध कार्यवाही की जाय। उन्होने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी से कहा कि सैम एवं मैम बच्चों को चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराया जाय एवं फाॅलो-अप भी किया जाय। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि कार्ययोजना बनाकर कैम्प लगाकर पात्र लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाय।

बैठक में सीडीओ विनोद राम त्रिपाठी,सीएमओ डाॅ. संजय कुमार एवं सी.एम.एस. एस.के. शुक्ला सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor