कौशाम्बी:प्रेस क्लब कौशाम्बी की मासिक बैठक संपन्न, संगठन को मजबूत बनाने पर जोर,अशोक विश्वकर्मा को बनाया गया निगरानी समिति का अध्यक्ष,
यूपी के कौशाम्बी जिले में प्रेस क्लब कौशाम्बी की मासिक बैठक संरक्षक रमेश चंद्र अकेला की अध्यक्षता में एवं पदाधिकारियों की मौजूदगी में सकुशल संपन्न हुई, जिसमें पत्रकारों ने सामूहिक रूप से संगठन को और अधिक सक्रिय व पारदर्शी बनाने पर जोर दिया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिले के वरिष्ठ पत्रकार रमेश चंद्र ‘अकेला’ की सहमति एवं सर्वसम्मति से हुए निर्णय के बाद प्रेस क्लब कौशाम्बी का निगरानी समिति का अध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा को मनोनीत किया गया।
बैठक की शुरुआत में उपस्थित पत्रकारों ने मीडिया की मौजूदा चुनौतियों, प्रेस की स्वतंत्रता और स्थानीय मुद्दों को प्रमुखता से उठाने पर विस्तृत चर्चा की। इसके बाद संगठनात्मक ढांचे को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से नई टीम का चयन किया गया।
प्रेस क्लब अध्यक्ष बृजेश गौतम ने नव मनोनीत पदाधिकारियों को बधाई दी और कहा कि प्रेस क्लब कौशाम्बी पत्रकारों के हितों, अधिकारों तथा क्षेत्रीय समस्याओं को मजबूती से उठाने में अहम भूमिका निभाएगा।
बैठक में संगठन में शेष बचे हुए पदों एवं कार्यकारिणी के रूप में सदस्यों को मनोनीत किया गया,कार्यकारिणी का पूरा विवरण इस प्रकार है—
संरक्षक रमेश चन्द्र अकेला,अध्यक्ष बृजेश गौतम, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज दुबे, उपाध्यक्ष राकेश सोनकर,उपाध्यक्ष सतीश कुमार गोयल,महामंत्री नीरज सिंह, सह महामंत्री अली मुक्तेदा, सह महामंत्री जिया,संगठन मंत्री अशोक केसरवानी, उप मंत्री धर्म कीर्ति आदिम,मंत्री सुधीर कश्यप,प्रकाशन मंत्री पुष्पेश त्रिपाठी,संयुक्त मंत्री मो अरशद उर्फ मामू,मीडिया प्रभारी अरविंद तिवारी,आय व्यय निरीक्षक पंकज केसरवानी,कोषाध्यक्ष प्रदीप सिंह,कार्यकारिणी सदस्य मो. यासिन,अखिलेश गौतम, राकेश कुमार, राजकुमार वर्मा, रामप्रसाद गुप्ता,महिला अध्यक्ष अनुराधा यादव।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि प्रेस क्लब सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि पत्रकारों की सशक्त आवाज़ है। नई टीम से उम्मीद जताई गई कि वह पत्रकारों के हितों की रक्षा करेगी,स्थानीय समस्याओं को प्रमुखता से उठाएगी,निष्पक्ष व उत्तरदायी पत्रकारिता को बढ़ावा देगी,नवोदित पत्रकारों को मार्गदर्शन प्रदान करेगी।बैठक के अंत में सभी मनोनीत पदाधिकारियों ने संगठन को नई दिशा देने और पत्रकारिता की गरिमा बनाए रखने का संकल्प दोहराया।








