उत्तर प्रदेश,
एआई के माध्यम से पकड़ में आने वाले डमी अभ्यर्थियों के विरुद्ध दर्ज कराई जाए एफआईआर :दुर्गा शंकर मिश्र,
न्यूज ऑफ इंडिया (एजेन्सी)
यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की प्रारंभिक अहर्ता परीक्षा (पीईटी) के संबंध में समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों के साथ बैठक की।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि प्रारंभिक अहर्ता परीक्षा (पीईटी) को शांतिपूर्ण और पारदर्शिता के साथ नकलविहीन संपन्न कराया जाए। जिला एवं पुलिस प्रशासन सक्रिय रहे, ताकि नकल माफिया अपने मंसूबे में कामयाब न हो सकें।
उन्होंने कहा कि परीक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से फेस रिकॉग्निजिशन की व्यवस्था की जाए और एआई के माध्यम से पकड़ में आने वाले डमी अभ्यर्थियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाए। प्रश्न पत्र समय से परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने, प्रश्न पत्रों और ओएमआर शीट्स के सुरक्षित रखरखाव, निर्बाध विद्युत आपूर्ति, सुरक्षा व्यवस्था आदि सभी आवश्यक तैयारियां व प्रबंध समय से पूरे कर लिए जाएं। आयोग द्वारा निर्गत निर्देशों का अक्षरशःअनुपालन सुनिश्चित कराया जाए।
उन्होंने कहा कि परीक्षा में देशभर से परीक्षार्थी आते हैं। अभ्यर्थियों समय से परीक्षा केंद्र पहुंच सकें और उन्हें आवागमन में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए रेलवे व ट्रांसपोर्ट के अधिकारियों के साथ बैठक कर समुचित प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। परीक्षा में महिला अभ्यर्थी भी शामिल होंगी, उनकी सुरक्षा के लिये विशेष प्रबंध किये जायें।
उन्होंने कहा कि परीक्षा के लिए स्टैटिक मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट, केंद्र अधीक्षक, कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी लगाते हुए उनकी विधिवत ट्रेनिंग और ब्रीफिंग समय से करा दी जाए। रिजर्व में भी पर्याप्त कर्मियों को रखते हुए उनकी भी ट्रेनिंग करायी जाए। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए।
बैठक में यूपीएसएसएससी के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने बताया कि दिनांक 28 और 29 अक्टूबर, 2023 को उत्तर प्रदेश में प्रारंभिक अहर्ता परीक्षा (पीईटी) की परीक्षा होगी। इस परीक्षा में लगभग 20 लाख 7 हजार अभ्यर्थी शामिल होंगे। यह परीक्षा प्रत्येक दिवस दो पालियों में सुबह 10 बजे से 12 बजे तक और दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक प्रदेश के 35 जनपदों (अलीगढ़, अयोध्या, आगरा, आजमगढ़, बांदा, बस्ती, बरेली, बाराबंकी, बिजनौर, बदायूं, बुलंदशहर, देवरिया, गोंडा, गोरखपुर, गाजियाबाद, गौतमबुध नगर, हरदोई, जालौन, झांसी, कानपुर नगर, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, मथुरा, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, प्रयागराज, रायबरेली, सहारनपुर, सीतापुर, शाहजहांपुर, सुलतानपुर, उन्नाव व बनारस) में आयोजित की जाएगी। परीक्षा के लिए कुल 1058 केंद्र बनाए गए हैं।