कौशाम्बी,
सीडीओ ने सम्भव अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के संबंध में की बैठक,
यूपी के कौशाम्बी सीडीओ डॉ0 रवि किशोर त्रिवेदी ने कार्यालय कक्ष में सम्भव अभियान, 2024 के प्रभावी क्रियान्वयन के संबंध में बैठक आयोजित की। बैठक में सीडीओ ने बताया कि सम्भव अभियान के चतुर्थ चरण मुख्यतः दो थीम सैम बच्चों के समुदाय आधारित प्रबंधन एवं मातृ पोषण पर केन्द्रित रहेगा। सम्भव अभियान माह जुलाई, 2024 से सितम्बर, 2024 तक जनपद के समस्त ऑगनबाड़ी केन्द्रों पर मनाया जायेगा। उन्होंने अधिकारियो को निर्देशित किया कि अपने-अपने विभाग से संबंधित कार्यों एवं दायित्वों को सकुशल सम्पन्न कराये।
सीडीओ ने सीएमओ को निर्देशित किया कि गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं का ऑगनबाड़ी कार्यकत्रियो द्वारा वजन एवं ऊंचाई मापी जाय, अगर गर्भवती महिला का वजन 45 किलोग्राम और ऊंचाई 145 सेमी से कम है तो उस स्थिति में गर्भवती महिला को पोषण जोखिम चिन्हित किया जाय। इसी प्रकार महिला का हीमोग्लोबिन 11 प्रतिशत से कम है तो उसे एनीमिक श्रेणी में चिन्हित किया जाय एवं ऐसी अवस्था में गर्भवती महिला को ए0एन0एम0 द्वारा आवश्यक दवा उपलब्ध करायी जाय।
उन्होंने कहा कि जिला पंचायतराज अधिकारी द्वारा पोषण पंचायत का आयोजन किया जायेगा, जिसमें स्वास्थ्य स्वच्छता समिति के सदस्यों तथा समुदाय से चयनित लोगों को आमंत्रित करते हुए उन्हें पोषण देखभाल, साफ-सफाई सम्बन्धी व्यवहार तथा कुपोषण के कारकों पर जानकारी दी जाएगी।
कार्यक्रम में ग्राम प्रधान व समिति के सदस्यों के साथ-साथ स्कूल के शिक्षक/शिक्षिका, आशा व ए0एन0एम0 को भी आमंत्रित किया जाएगा। ऑगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा गृह भ्रमण के माध्यम महिलाओं एवं बच्चों को फॉलोअप किया जायेगा। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा कुपोषित बच्चों के परिवारों को जॉब कार्ड उपलब्ध कराया जायेगा। शिक्षा विभाग द्वारा प्रत्येक माह कम से कम एक बार स्कूलों में पोषण परामर्श सत्र का आयोजन किया जायेगा। खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा चिन्हित कुपोषित बच्चों के परिवारों को पात्र गृहस्थी के मानकों के आधार पर राशन कार्ड उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने बाल विकास परियोजना अधिकारी को सम्बन्धित विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए कार्यक्रम के सफल आयोजन कराने के निर्देश दिए।
बैठक में कायाकल्प के अन्तर्गत द्वितीय चरण में चयनित 75 ऑगनबाड़ी केन्द्रों को प्राथमिकता के आधार पर 18 मूलभूत अवस्थापना से संतृप्त करने के लिए सम्बन्धित सहायक विकास अधिकारी (पंचायत), सचिव एवं ग्राम प्रधान को ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से संतृप्त कराये जाने के निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, डी0सी0 मनरेगा एवं समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी उपस्थित रहे।