कौशाम्बी
डीएम सुजीत कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित सम्राट उदयन सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक संपन्न हुई।बैठक में डीएम ने परिवार कल्याण कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रगति कम पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि किसी प्रकार की समस्या आने पर मुख्य चिकित्साधिकारी से विचार-विमर्श कर समस्या का निस्तारण करायें। इसके साथ ही उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को कोविड-19 वैक्सीनेशन सेंटर का नियमित निरीक्षण कर सभी व्यवस्थायें एवं अस्पतालों में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कार्य में लापरवाही करने वाले कर्मियों के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित करने तथा अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों का वेतन काटने के निर्देश दिये।उन्होंने जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रसव की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही कम से कम 50 प्रतिशत सब सेन्टरों पर प्रसव केन्द्र बनाये जाने की कार्यवाही की जाय। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना (कमिटेड व्यय) की समीक्षा के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चायल में लक्ष्य के सापेक्ष कम प्रगति होने पर नाराजगी प्रकट करते हुए 10 सितम्बर तक पूर्ण कराने के निर्देश देते हुए कहा कि पूर्ण न होने की स्थिति में संबंधित अधिकारी के वेतन रोकने के साथ ही अन्य कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने नियमित टीकाकरण की समीक्षा के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कनैली में प्रगति कम पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आर0सी0एच0 पोर्टल पर फीडिंग कार्य में लापरवाही करने वाले आपरेटर के विरूद्ध कार्यवाही की जाय। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डेन कार्ड बनाये जाने के कार्य में लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति लाने के निर्देश दिये। उन्होने कोविड-19 टीकाकरण की प्रगति की भी विस्तृत समीक्षा की।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी, मुख्य चिकित्साधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।