कौशाम्बी,
डीएम ने निर्माण कार्यों में लापरवाही एवं उदासीनता बरतने पर अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण का एक दिन का वेतन रोकते हुए मांगा स्पष्टीकरण,
यूपी के कौशाम्बी डीएम मधुसूदन हुल्गी ने सोमवार को प्रातः 10 बजे कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय कड़ा में निर्माणाधीन एकेडमिक ब्लाक एवं बालिका छात्रावास का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण बिपुल चन्द्रा अनुपस्थित थे, जिससे परियोजना की वित्तीय/भौतिक प्रगति की जानकारी नहीं प्राप्त हो सकीं। जबकि निरीक्षण की जानकारी पूर्व में ही दी जा चुकी थी।
परियोजना माह फरवरी, 2024 में स्वीकृत की गयी है, जिसमें अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण द्वारा अभी तक कोई भी व्यय नहीं किया गया है. जिससे प्रतीत होता है कि निर्धारित समयावधि में परियोजना का कार्य पूर्ण होना सम्भव नहीं है, जिसके कारण जनपद की रैंकिंग भी प्रभावित होगी। इस सम्बन्ध में अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण को कई बार निर्देशित किया जा चुका है कि मुख्यमंत्री का निर्देश है कि सभी परियोजनाएं निर्धारित समय में गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण कराकर, उन्हें जनोपयोगी बनाया जाय। यह कार्य शासन की मंशा के विपरीत एवं उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना है। इससे यह भी प्रतीत होता है कि विभागीय कार्य में कोई रुचि नहीं ली जा रही है, यह स्थिति अत्यन्त खेदजनक हैं। डीएम ने इनके कार्यों में लापरवाही एवं उदासीनता बरतते हुए पाये जाने पर एक दिन का वेतन रोकते हुए विषयगत कृत्य के सम्बन्ध में दो दिवस के अन्दर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दियें है।
इसी प्रकार डीएम मधुसूदन हुल्गी ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय कड़ा में निर्माणाधीन एकेडमिक ब्लाक एवं बालिका छात्रावास का स्थलीय निरीक्षण किया गया था, जिसमें निरीक्षण के सम्बन्ध में जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी मौके पर उपस्थित नहीं पाये गये। परियोजना से सम्बन्धित कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा निर्माण कार्य में की जा रहीं लापरवाही पर मॉनीटरिंग न किये जाने व अन्य निर्माण कार्यों की मानीटरिंग सहीं ढंग से न किये जाने एवं कार्यों में लापरवाही किये जाने के कारण सीएम डैशबोर्ड पर भी खराब प्रगति परिलक्षित हो सकती है। जिस पर डीएम ने जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी अजीत प्रताप सिंह को चेतावनी जारी करते हुए निर्देशित किया कि जनपद में संचालित समस्त परियोजनाओं की सत्त मॉनिटरिंग कर प्रगति सुनिश्चित करायें।