कौशाम्बी,
डीएम ने की कृषि एवं कृषि संवर्गीय विभागों में संचालित योजनाओं की समीक्षा बैठक,गलत जानकारी देने पर भूमि संरक्षण अधिकारी और जेई के वेतन रोकने के दिए निर्देश,
यूपी के कौशाम्बी डीएम मधुसूदन हुल्गी की अध्यक्षता में सम्राट उदयन सभागार में कृषि, लघु सिंचाई, कृषि संवर्गीय एवं पशु पालन विभागों में संचालित योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में डीएम ने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विगत वर्ष के सापेक्ष लाभान्वित किये गये कृषकों के सापेक्ष वर्तमान वर्ष में कम से कम 25 प्रतिशत अधिक किसानों को लाभान्वित किये जाने की योजना बनाई जाए। उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग से तालाब निर्माण व मत्स्य पालन के क्षेत्र को बढ़ाया जाए, जनपद में बागवानी के लिए केला, ऑवला, नीबू, ड्रेगन फ्रूट, पपीता व सब्जी के उत्पादन क्षेत्र को बढ़ाये जायें व कृषकों को प्रशिक्षित किया जाय। मृदा परीक्षण, जैविक खेती एवं प्रदर्शन के लिए अधिक से अधिक क्षेत्रों का चयन किया जाय। उन्होंने कहा कि सिंचाई के प्रति कृषकों को जागरूक कर कम से कम जल के उपयोग करके अधिकतम क्षेत्र को सिंचित किया जाय, जिसमें स्प्रिंकलर, सोलर, रेन गन आदि तकनीक का उपयोग किया जाय।
डीएम ने कृषि एवं कृषि एलाइड के अन्य विभागों को किसानों को हर सम्भव लाभ दिलाये जाने के लिए यथोचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए व इसके लिए माइक्रो प्लान बनाने के भी निर्देश दिये । उन्होंने कृषक उत्पादक संगठनों को निर्देशित किया कि वे अपने उत्पाद को मार्केट में विक्रय के लिए प्रचार-प्रसार करें, ताकि एफ0पी0ओ0 से जुड़े हुए किसानों की आर्थिक दशा में सुधार लाया जा सके।
उन्होंने मत्स्य विभाग के अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि मत्स्य विभाग की संचालित योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाय, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग लाभान्वित हो सकें। सभी योजनाओं में शासन की ओर से जो लक्ष्य प्राप्त हुए है, उससे भी ज्यादा लोगों को लाभान्वित कराये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को हर ब्लाक में जहॉ पर सबसे ज्यादा गोवंश संरक्षित हो, उनको चिहिन्त करते हुए सी0सी0 टी0वी0 कैमरा लागाये जाने के निर्देश दिए।
डीएम ने भूमि संरक्षण करते हुए खेत, तालाब के लक्ष्य के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की, जिस पर बताया गया 17 खेत तालाब का लक्ष्य है, उन्होंने उसका लक्ष्य बढाते हुए 50 खेत तालाब चिहन्त कर जल्द से जल्द बरसात से पूर्व खोदाई करने के निर्देश दिए। बैठक में भूमि संरक्षण अधिकारी द्वारा खेत तालाब के सम्बन्ध में गलत जानकारी दिये जाने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए उनका वेतन रोकने के निर्देश दिए।
डीएम ने लघु सिंचाई की समीक्षा करते हुए रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग योजना की जानकारी प्राप्त की। इस पर उन्हें अवगत कराया गया कि 55 स्थानों पर टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग लगाया जाना है, जिस पर डीएम ने टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग लगाये जाने वाले स्थानों की सूची मांगी, सूची में गड़बड़ी पाये जाने पर उन्होंने सर्वप्रथम कौशाम्बी के सभी सरकारी दफ्तरों, कार्यालयों, कालेजों एवं विद्यालयों में लगाये जाने के निर्देश देते हुए सम्बन्धित ए0ई0 एवं जे0ई0 का वेतन तब तक न आहरित किया जाय जब तक इन सभी स्थानों में टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग न लग जायें।
डीएम ने सिंचाई विभाग की समीक्षा करते हुए कहा नहरों की शिल्ट सफाई जहॉ कहीं पर भी रह गई हो, उसे जल्द से जल्द पूर्ण करायें एवं नहरों में टेल तक पानी पहुॅच रहा है कि नहीं, इसकी जानकारी फोटोग्राफ सहित उपलब्ध करायें। डीएम को अवगत कराया गया कि जनपद के 35 नहरों में से 22 नहरों में पानी पहुॅच चुका है, जिस पर उन्होंने अधिशासी अभियंता सिचांई को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी 35 नहरों में पानी जल्द से जल्द पहुॅचाया जाय, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए परेशानी का सामना न करना पड़े।
इस अवसर पर सीडीओ अजीत कुमार श्रीवास्तव, उप निदेशक कृषि सत्येन्द्र कुमार तिवारी, जिला उद्यान अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी एवं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।