स्पिरीचुअल सर्किट-4 एवं बुद्धिष्ट सर्किट तथा गोरखनाथ मंदिर के पर्यटन विकास से संबंधित अभिलेख तत्काल उपलब्ध कराये जाने के निर्देश

उत्तर प्रदेश,

स्पिरीचुअल सर्किट-4 एवं बुद्धिष्ट सर्किट तथा गोरखनाथ मंदिर के पर्यटन विकास से संबंधित अभिलेख तत्काल उपलब्ध कराये जाने के निर्देश,

न्यूज़ ऑफ इंडिया (एजेंसी)

उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी, गोरखपुर को निर्देश दिये हैं कि पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशों के क्रम में स्पिरीचुअल सर्किट-4 के अंतर्गत स्वीकृत योजनाओं के समस्त कार्य आगामी दिसम्बर, 2022 तक पूरा करते हुए भारत सरकार के निर्धारित प्रारूप पर आवश्यक रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिये हैं।

पर्यटन मंत्री ने इसके अलावा स्पिरीचुअल सर्किट-1 व सर्किट-2 के अंतर्गत गोरखपुर व आजमगढ़ मण्डल में कराये गये कार्यों एवं संचालन के संबंध में भारत सरकार के निर्धारित प्रारूप पर आवश्यक सूचना एवं संबंधित अभिलेखों को भेजे जाने के भी निर्देश दिये हैं। इसके अतिरिक्त पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की प्रासाद स्कीम के अंतर्गत कुशीनगर के पर्यटन विकास हेतु नये प्रस्ताव तैयार किये जाने के लिए भी दिशा-निर्देश जारी किये हैं। उसके साथ ही मिनी प्रासाद स्कीम के अंतर्गत अधिकतम 02 करोड़ रूपये की लागत के नवीन प्रस्ताव की गाइडलाइन भी तैयार कराकर संलग्न की गयी है। जिसके अनुरूप ही प्रस्ताव तैयार करके भारत सरकार को उपलब्ध कराये जाने की निर्देश दिये गये हैं।

मंत्री के निर्देशों की जानकारी देते हुए निदेशक पर्यटन प्रखर मिश्र ने बताया कि केन्द्र पोषित योजनाओं के अंतर्गत संचालित कार्यक्रमों हेतु भारत सरकार द्वारा मांगी गई सूचनायें/अभिलेख उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। केन्द्र पोषित योजनाओं के अंतर्गत गोरखपुर परिक्षेत्र में पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की स्वदेश दर्शन स्कीम के बुद्धिष्ट सर्किट योजना के अंतर्गत कुशीनगर का पर्यटन विकास योजना एवं स्पिरीचुअल सर्किट-4 के अंतर्गत गोरखनाथ मंदिर, गोरखपुर का पर्यटन विकास की योजना संचालित की जा रही है।

पर्यटन निदेशक ने बताया कि इन योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु भारत सरकार द्वारा जरूरी सूचनायें एवं अभिलेख आदि उपलब्ध कराये जाने के निर्देश निदेशालय स्तर पर आयोजित विभिन्न बैठकों के अलावा लिखित एवं मौखिक रूप से निर्देशित किया गया था। उन्होंने कहा कि अभी तक अपेक्षित सूचनायें प्राप्त नहीं हुई हैं। इसलिए व्यक्तिगत रूचि लेते हुए मंत्री के निर्देशों के अनुरूप सूचनाएं तत्काल उपलब्ध कराई जाए।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor