उत्तर प्रदेश,
नई पर्यटन नीति-2022 के तहत पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देकर 10 लाख लोगों को रोजगार तथा 20 हजार करोड़ रु0 के निवेश का लक्ष्य,
न्यूज़ ऑफ इंडिया (एजेंसी)
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में जारी की गई पर्यटन नीति-2022 के अंतर्गत विभिन्न पर्यटन संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जायेगा, जिससे 10 लाख लोगों को रोजगार के अवसर तथा 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त करने की सम्भावना है। इस नीति के तहत पर्यटन के नये-नये क्षेत्रों का चिन्हित करके पर्यटन सेक्टर को एक लाभकारी तथा सुनिश्चित रोजगार के साधन का जरिया बनाया जायेगा।
पर्यटन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पर्यटन एक उभरता हुआ सेक्टर है। कई देशों की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित है। कोरोना कालखण्ड में पर्यटन गतिविधियां धीमी पड़ गई थीं, जिससे ट्रेवल एजेन्सी, होटल, रेस्टोरेन्ट आदि के व्यवसाय प्रभावित हुए। मौजूदा समय में पर्यटन व्यवसाय पूर्व की स्थिति में आता जा रहा है, जिससे पर्यटकों का आगमन बड़ी संख्या में हो रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार विभिन्न स्टेक होल्डर्स के सुझावों के आधार पर यह नीति तैयार की है। भविष्य के लिए यह नीति पर्यटक फ्रेन्डली होने के साथ ही अर्थव्यवस्था के लिए उपयोगी सिद्ध होने जा रही है।
उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति-2022 के तहत नये पर्यटन गन्तव्यों जैसे रामायण सर्किट, कृष्ण-व्रज सर्किट, बुद्धिस्ट सर्किट, वाइल्ड लाइफ एवं इको-टूरिज्म सर्किट, बुन्देलखण्ड सर्कित, महाभारत सर्किट, शक्तिपीठ सर्किट, आध्यात्मिक सर्किट, सूफी-कबीर सर्किट, जैन सर्किट, क्राफ्ट सर्किट तथा स्वतंत्रता संग्राम सर्किट का विकास किया जायेगा। इन चिन्हित सर्किटों के अतिरिक्त प्रदेश के अन्य ऐसे पर्यटन स्थल जो कि पर्यटन सुविधाओं, आतिथ्य सत्कार इकाइयों से असेवित हैं वे भी नीति के अंतर्गत सभी अनुमन्य लाभ नियमानुसार प्राप्त कर सकेंगे। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने नई पर्यटन नीति के प्राविधानों के अनुसार पर्यटन विभाग को तेजी से कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिए हैं।