मुख्य सचिव ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों की समीक्षा कर अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देश

उत्तर प्रदेश,

मुख्य सचिव ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों की समीक्षा कर अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देश,

न्यूज़ ऑफ इंडिया (एजेन्सी)

मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने कहा कि जीआईएस के दौरान अतिथियों के साथ आम नागरिकों को आवागमन में असुविधा नहीं होनी चाहिए। वीवीआईपी रूट के लिए मुख्य मार्ग के साथ वैकल्पिक मार्ग भी तय कर लिए जाएं। मार्गों पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात की जाए।

उन्होंने कहा कि जीआईएस के दौरान अतिथि समय से अपने स्थान पर पहुंच जाएं, इसके लिए उनके ठहरने के स्थान से आयोजन स्थल पर पहुंचने में लगने वाले समय और रूट को होटल के रिसेप्शन पर प्रदर्शित किया जाए। इसके अलावा वाहन चालकों को भी आयोजन स्थल पर जाने के लिये किस मार्ग का प्रयोग करना है और गाड़ी कहां पार्क करनी है, इसके बारे में उन्हें प्रॉपर ब्रीफ कर दिया जाए। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन व होटल्स से आयोजन स्थल तक पर्याप्त मात्रा में साइनेज लगाए जाएं। एम्बुलेंस और अग्नि शमन की गाड़ियों को विशेष प्राथमिकता दी जाए, उन्हें रास्ते में कहीं भी न रोका जाए। आकस्मिकता की स्थिति में एबुलेंस के लिए भी वैकल्पिक मार्ग तय कर लिया जाए।

उन्होंने कहा कि रूट डाइवर्जन की सूचना को सोशल मीडिया और प्रिंट में प्रसारित कर दिया जाए, साथ ही आसपास की आरडब्ल्यूए के साथ बैठक कर रूट डाइवर्जन की जानकारी दे दी जाए। राष्ट्रपति जी और प्रधानमंत्री के आगमन से पूर्व पब्लिक एडवाइजरी जारी कर दी जाए। लोगों से अपील की जाए कि आयोजन के दौरान वीवीआईपी व वीआईपी रूट का प्रयोग न करें। रूट डाइवर्जन की सूचना देने के लिए आरडब्ल्यूए का व्हाट्स एप पर भी ग्रुप बना लिया जाए। सड़क मार्गों पर वाहन खराब होने की स्थिति पर जाम की स्थिति उत्पन्न न हो इसलिए पर्याप्त मात्रा में क्रेंस को तैयार रखा जाए, साथ ही वाहन में छोटी मोटी समस्या ठीक करने लिए मैकेनिक्स को तैयार रखा जाए।उन्होंने कहा कि रोड शो के दौरान प्राप्त अवशेष इन्टेन्ट का भी निवेशकों से संपर्क स्थापित कर जल्द से जल्द एमओयू में परिवर्तित करा लिया जाये।

बैठक में अपर मुख्य सचिव एमएसएमई अमित मोहन प्रसाद ने जीआईएस में प्रदर्शनी की तैयारियों के विषय में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि सभी स्टाॅल बन रहे हैं। सभी हाॅल समय से तैयार हो जायेंगे। इस पर मुख्य सचिव ने कहा कि 8 फरवरी को शाम तक सभी हाॅल तैयार हो जाने चाहिये, साथ ही गोल्ड, सिल्वर व रेड कैटेगरी के पास धारकों को गिफ्ट देने के लिये ओडीओपी के उत्पाद नोडल विभाग इनवेस्ट यूपी को समय से उपलब्ध करा दिये जायें।
नगर आयुक्त लखनऊ ने बताया कि पूरा आयोजन जीरो वेस्ट इवेंट होगा। पूरा जोन ओडीएफ है। आयोजन स्थल पर 250 ट्वायलेट्स बनाये गये हैं। सफाई हेतु 1000 सफाई कर्मी लगाये गये हैं, साथ ही 150 प्रशिक्षित सफाई कर्मियों को भी लगाया गया है। पेस्ट कंट्रोल के लिये एजेन्सी को हायर कर लिया गया है। सड़क धुलने और सड़कों से धूल हटाने के लिये गाड़ियां लगाई गई हैं। आयोजन स्थल पर 100 स्टील के डस्टबिन रखने की व्यवस्था की गई है। हार्टिकल्चर का 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा रिजर्व में टीमों को रखा गया है। इस पर मुख्य सचिव ने कहा कि साफ-सफाई की व्यवस्था की औचक निरीक्षण के लिए अधिकारियों को लगाया जाये।

बैठक में यह भी बताया गया कि टेण्ट सिटी का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। ठहराने तथा आवंटन की व्यवस्था का कार्य प्रगति पर है। अतिथियों के ठहरने के लिये 45 होटल व 3 टेण्ट सिटी में व्यवस्था की गई है। मुख्य सचिव ने कहा कि टेण्ट सिटी में प्रदेश की ब्रांडिंग की जाये।
इसके अतिरिक्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों, ड्रोन शो व सेक्टोरल सेशन्स की तैयारियों की प्रगति से अवगत कराया गया।

बैठक में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम, प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास अनिल कुमार सागर, मण्डलायुक्त लखनऊ रोशन जैकब, पुलिस कमिश्नर लखनऊ एस0बी0शिरोडकर, सीईओ इनवेस्ट यूपी अभिषेक प्रकाश, जेसीपी एलओ पीयूष मोर्डिया, जिलाधिकारी लखनऊ सूर्य पाल गंगवार, नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह, सीडीओ लखनऊ रिया केजरीवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी आदि उपस्थित थे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor