कौशाम्बी,
संभव अभियान का हुआ आगाज़,आंगनबाड़ी केन्द्रों पर SAM, MAM बच्चो का किया जा रहा चिन्हीकरण
यूपी के कौशाम्बी जिले में कुपोषित बच्चो को बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा सीवियर एक्यूट मालन्यूट्रीशन (SAM) एवं मॉडरेट एक्यूट मालन्यूट्रीशन (MAM) से ग्रसित बच्चों के चिन्हांकन, उपचार, सन्दर्भन एवं सामुदायिक स्तर पर उनके प्रबन्धन के साथ-साथ कुपोषण की रोकथाम हेतु सामुदायिक व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए विगत दो वर्ष में सम्भव अभियान आयोजित किया जा रहा हैं, जिसमे सकारात्मक परिणाम एवं सफलता के आधार पर वर्ष 2023 में भी सम्भव अभियान का तृतीय चरण (संभव 3.0) जून से सितम्बर 2023 के मध्य आयोजित किया जा जा रहा हैं ।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश गुप्ता ने बताया कि संभव अभियान जून माह से प्रारम्भ कर सितम्बर माह तक मनाया जायेगा, जिसमे विभिन्न स्तर से सामुदायिक गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा, जिसमे आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्र पर पंजीकृत सभी बच्चों का लम्बाई / ऊंचाई ली जायेगी और पोषण ट्रैकर पर फीड किया जायेगा।
इस महीने में चलाये जा रहे एक कदम सुपोषण के ओर अभियान के तहत वजन किये गए बच्चों में से जो बच्चे सैम, मैम तथा गंभीर अल्प वजन के होगें, उन्हें उपचार, प्रबन्धन हेतु वीएचएनडी सत्र पर सन्दर्भित किया जायेगा एवं ई. – कवच पर पंजीकृत कराया जाएगा। सभी चिन्हित कुपोषित (सैम मैम तथा गंभीर अल्प वजन बाले) बच्चों को संभव अभियान में सम्मिलित किया जायेगा। इस दौरान एक कदम सुपोषण के ओर अभियान एवं संभव अभियान के तहत गुणवत्तापरक प्रसवपूर्व देखभाल, मातृ पोषण एवं छह माह से कम उम्र के शिशु के पोषण पर विशेष ध्यान दिया जायेगा | यह अभियान अति गंभीर कुपोषित और अत्यधिक कम वजन के बच्चों की पहचान और प्रबन्धन पर केन्द्रित है।
उन्होंने बताया कि इस बार बच्चों में कुपोषण की रोकथाम के लिए मातृत्व पोषण के साथ ही छह माह से छोटे बच्चों के पोषण पर विशेष ध्यान रखने के उद्देश्य से “पोषण 500” की थीम के साथ यह अभियान चलाया जा रहा है । जिसमे गर्भ धारण के पहली तिमाही से ही गर्भवती की एएनसी, पोषण, वजन की पूरो ट्रेकिंग की जाएगी जिसमे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी का पूरा सहयोग होगा।