कौशाम्बी,
लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान का किया गया सम्मान,लोकतंत्र और आपातकाल पर गोष्ठी में संगठन के लोगों ने रखे विचार,
यूपी के कौशाम्बी भाजपा कार्यालय के आपातकाल के दिन को याद करते हुए लोकतंत्र सेनानियों के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया, इस दौरान लोकतंत्र सेनानी यशपाल केसरी, मोहन श्याम, गुलाबचंद, सुरेंद्र कुमार, महंत प्रसाद, नेपाल सिंह, तथा आश्रित श्रीमती कांति देवी जी पट पहनाकर उनके लोकतंत्र को बचाने के लिए किए गए संघर्षों को याद किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष अनीता त्रिपाठी ने किया जबकि कार्यक्रम का संचालन ओम नारायण शुक्ल द्वारा किया गया।
इस मौके बोलते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी ने कहा कि देश को अंग्रेजों से आजाद कराने के बाद एक बार ऐसा भी समय आया जब देश के लोकतंत्र को कांग्रेस ने खाने का प्रयास किया था। ऐसे में भारत माता के वीर सपूत जो कि भारत को लोकतांत्रिक देश के रूप में देखना चाहते थे। उन्होंने गंभीर संघर्ष किया यहां तक की पूरे देश से विभिन्न नेताओं को इस आपातकाल में छह छह महीने तक जेलों में रखकर प्रताड़ना दी गई। जो कि अंग्रेज काल से भी ज्यादा खतरनाक थी। जब किसी देश के व्यक्ति इस देश के निवासियों को यह दंड दे रहे थे।
इस मौके पर लोकतंत्र सेनानी यशपाल केसरी तथा भाजपा नेता चंद्र शुक्ला ने आपातकाल के दिनों को याद करके उस समय हुई आपबीती सुनाई। कैसे कांग्रेसी नेता के रूप में इंदिरा गांधी ने देश में लोकतंत्र को कुचलने का कुचक्र किया था। आयोजित गोष्ठी में सभी लोकतंत्र सेनानियों तथा वरिष्ठ नेताओं द्वारा विचार विमर्श किया गया और यह शपथ लिया गया। देश के लोकतंत्र को छोड़ने के लिए सभी देशवासी सतत प्रयास वह संघर्ष करते रहेंगे। इस मौके पर प्रमुख रूप से राकेश पांडे, चक्रेश मिश्रा, अरविंद द्विवेदी, वीरेंद्र फौजी, लव-कुश मौर्य, आध्या पांडे, जगदीश सरोज, नीतू कनौजिया सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे।