राज्य मंत्री, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार ने की समीक्षा

उत्तर प्रदेश,

राज्य मंत्री, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार ने की समीक्षा,

न्यूज ऑफ इंडिया (एजेन्सी)

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री, ए0 नारायण स्वामी ने आज योजना भवन, लखनऊ में समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्व. प्र.) असीम अरुण व समाज कल्याण विभाग, पंचायतीराज विभाग, दिव्यांग कल्याण एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित मुख्य योजनाओं सर्वाेदय विद्यालय संचालन, मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, छात्रवृत्ति योजना इत्यादि के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा संचालित श्रेयस, अवयव, श्रेष्ठा, स्माइल, पीएम यशस्वी एवं पीएम-अजय इत्यादि की समीक्षा की।

समीक्षा के दौरान निर्देशित किया कि समाज कल्याण विभाग समय – समय पर टीम गठित कर कर्नाटक व अन्य राज्यों के आवासीय विद्यालयों का भ्रमण कर योजना को और अधिक प्रभावी बनाएं। उन्होंने स्माइल योजना के संबंध में ट्रांसज़ेण्डर समुदाय का प्रमाण पत्र जारी कर योजनाओं का लाभ दिलाते हुए उन्हें मुख्य धारा में लाने के निर्देश दिए।

समीक्षा में विभिन्न केंद्र प्रायोजित योजनाओं के प्रचार – प्रसार किए जाने एवं पात्र लाभार्थियों को लाभ देने में आ रही कठिनाइयों पर विमर्श किया गया। समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण द्वारा आश्वस्त किया गया कि योजनाओं को पूर्ण मानक एवं प्रतिबद्धता के साथ संचालित किया जा रहा है और प्रयास किया जा रहा है कि कोई भी पात्र व्यक्ति जनहित की योजनाओं का लाभ प्राप्त करने से वंचित न रहे।

समीक्षा के बाद स्वामी द्वारा प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना अंतर्गत चयनित ग्राम सिरसा का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ग्राम पंचायत की आवश्यकता के अनुसार वीडीपी का अनुमोदन कराते हुए कार्य कराए जाने, विभिन्न विभागों की योजनाओं से आदर्श ग्रामों को संतृप्त करने एवं अभिसरण के माध्यम से समस्त मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।

समीक्षा बैठक में समाज कल्याण राज्य मंत्री(स्व. प्र.) असीम अरुण, राज्य मंत्री समाज कल्याण संजीव कुमार गोंड, अपर सचिव, भारत सरकार सुरेन्द्र सिंह, प्रमुख सचिव समाज कल्याण डॉ. हरिओम, सचिव समाज कल्याण समीर वर्मा के साथ समाज कल्याण, पिछड़ा वर्ग कल्याण व दिव्यांग कल्याण के निदेशक व विभिन्न विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

वहीं ,केंद्रीय मंत्री ने भागीदारी भवन में प्रबुद्ध नागरिक संवाद भी किया। अमृत काल में सामाजिक न्याय का स्वरूप क्या हो, इस पर चर्चा – परिचर्चा हुई। इस दौरान उन्होंने अपने सुझाव बताएं और लोगों ने उन्हें ध्यानपूर्वक सुना।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor