जलशक्ति मंत्री ने “अटल जलशक्ति यात्रा” द्वितीय चरण को हरी झण्डी दिखाकर किया शुभारम्भ

उत्तर प्रदेश,

जलशक्ति मंत्री ने “अटल जलशक्ति यात्रा” द्वितीय चरण को
हरी झण्डी दिखाकर किया शुभारम्भ,

न्यूज ऑफ इंडिया (एजेन्सी)

उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह आज अपने शासकीय आवास 05 माल एवेन्यू पर भू-गर्भ जल विभाग द्वारा आयोजित अटल जलशक्ति यात्रा के द्वितीय चरण का हरी झण्डी दिखाकर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि अटल जलशक्ति यात्रा के माध्यम से आम जनमानस इस योजना से जुड़कर अटल भूजल योजना को सफल बनाने में सकारात्मक भूमिका निभायेगा, जिससे हमारा प्रदेश खुशहाली की तरफ तेजी से आगे बढ़ेगा।

जलशक्ति मंत्री ने कहा कि अटल जलशक्ति यात्रा के द्वितीय चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चयनित जनपदों बागपत, मुजफ्फरनगर तथा मेरठ में 06 से 10 जुलाई, 2023 तक संचालित किया जायेगा। यात्रा में जनपद स्तर में प्रभात-फेरी, गोष्ठी का आयोजन, जल श्रोतों पर श्रमदान व वृक्षारोपण तथा जनपद में जल संरक्षण के प्रति कार्य कर रहे व्यक्तियों से सम्पर्क कर “पानी मेरा जिम्मेदारी मेरी” को बढ़ाने के लिये प्रेरित किया जायेगा। उन्होने कहा कि अटल जलशक्ति यात्रा 07 जुलाई को जनपद बागपत में, 08 जुलाई को शामली में, 09 जुलाई को मुजफ्फरनगर में जिला अधिकारी द्वारा निर्धारित कार्यक्रमों के अनुसार यात्रा का संचालन होगा तथा 10 जुलाई को मेरठ में अटल जलशक्ति यात्रा जिलाधिकारी के निर्धारित कार्यक्रमों उपरान्त समाप्त होगा।

स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि उल्लेखनीय है अटल जलशक्ति यात्रा के प्रथम चरण का आयोजन 24 मई 2023 से 25 मई 2023 तक सर्वप्रथम बुदेलखण्ड क्षेत्र के चयनित जनपदों से प्रारम्भ कि गयी थी जिसके द्वारा बुन्देलखण्ड क्षेत्र के आच्छादित 350 ग्राम पंचायतों में से लगभग 108 ग्राम पंचायतों में अटल जलशक्ति यात्रा के माध्यम से जल के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे लोगों को कार्यक्रम से जोड़ते हुये ग्राम पंचायत में “पानी मेरा जिम्मेदारी मेरी” को संयोजन के लिये प्रेरित किया जा रहा है।

जलशक्ति मंत्री ने कहा कि अटल भूजल योजना का मुख्य स्त्रोत चयनित क्षेत्रों में गिरते भूगर्भ जल को घटने से रोकने और संवर्धन के लिये कार्य करना है। जल की कमी वाले क्षेत्रों में भूजल के स्तर को राज्य/केन्द्र सरकार को विभिन्न योजनाओं के अभिचरण के माध्यम से समुदाय के नेतृत्व में उचित निवेश/प्रबन्धन कार्यों के लागू कर उद्देश्यों को प्राप्त करना है। उन्होने कहा कि भूजल की समस्या को दूर करने के लिये अटल भूजल योजना प्रदेश के 10 जनपदों को 26 विकास खण्डों की 550 ग्राम पंचायतों में संचालित की जा रही है। योजना के प्रमुख पहलूओं में से मुख्य है, समुदाय में जल उपयोग एवं प्रबन्धन के प्रति व्यवहारिक बदलाव लाना, प्रचार-प्रसार तथा दृष्टिकोण परिवर्तन से जनमानस में भूगर्भ जल के प्रति महत्वपूर्ण सोच विकसित होगी जिससे वो भूगर्भ जल प्रबन्धन में अपनी भूमिका का निर्वाहन कर सकेंगे।

इस अवसर पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भूगर्भ जल बढ़ाने के विषय में जल जागरूकता का संदेश दिया गया।
इस अवसर पर पद्मश्री उमाशंकर पाण्डेय, विधायक बांदा राजेश द्विवेदी, भूगर्भ जल विभाग के निदेशक वी.के. उपाध्याय सहित अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी तथा आम जनमानस उपस्थित रहे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor