नाइट ब्लड सर्वे का दिया गया प्रशिक्षण,फाइलेरिया मरीज की पहचान के लिए हर ब्लॉक से लिया जाएगा ब्लड सैम्पल

कौशाम्बी,

नाइट ब्लड सर्वे का दिया गया प्रशिक्षण,फाइलेरिया मरीज की पहचान के लिए हर ब्लॉक से लिया जाएगा ब्लड सैम्पल,

यूपी के कौशाम्बी जिले में विगत वर्ष की भाति इस वर्ष भी नाइट ब्लड सर्वे अभियान जिले के सभी ब्लॉक में चलाया जाएगा। नये फाइलेरिया के मरीजों की पहचान के लिए लगभग पांच हज़ार लोगों के खून का सैम्पल लिया जाएगा। ब्लॉक की पैथॉलोजी में इसकी जांच की जाएगी। जांच में जो मरीज सामने आएंगे उन्हें पंजीकृत कर उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं से जोड़ा जाएगा । प्रभावित परिवारों को फाइलेरिया से बचाव के बारे में भी बताया जाएगा।

प्री आईडीए अभियान के तहत नाइट ब्लड सर्वे कराने की योजना है। इस सम्बंध में नाइट ब्लड सर्वे कार्य में लगे कर्मियों (लैब टैक्नीशियन )का प्रशिक्षण कार्यक्रम बुधवार को देर शाम जिला मलेरिया अधिकारी कार्यालय में संपन्न किया गया।
इस मौके पर जिला मलेरिया अधिकारी अनुपमा मिश्रा ने बताया कि इस साल सभी ब्लॉक को नाइट ब्लड सर्वे में शामिल किया गया है, जबकि इससे पूर्व चुनिंदा ब्लॉक व शहर के क्षेत्रो को ही लिया जाता रहा है।

शासन के दिशा -निर्देश के अनुसार इस बार सभी 8 ब्लॉक में नाइट ब्लड सर्वे अभियान संचालित किया जाएगा। हर ब्लॉक में एक जगह रैंडम व एक सेंटीनल (जहां पूर्व में केस निकल चुके हैं) चिन्हित किया जाएगा। हर साइट से कम से कम 300 लोगों का सैम्पल लिया जाना है।

उन्होंने बताया कि फाइलेरिया रोग की रोकथाम के लिए हर साल सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान संचालित किया जाता है। इसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाते हैं। इससे पूर्व जो कार्यक्रम संचालित होते हैं, उन्हें प्री एमडीए कहते हैं। इसमें नाइट ब्लड सर्वे अभियान चलाकर खून का सैम्पल लेकर उसकी जांच कराई जाती है। उन्होंने बताया अभियान रात आठ बजे से 12 बजे तक चलाना है। एक दिन पूर्व गांव में जाकर आशा कार्यकर्ता की मदद से लोगों को जागरूक करें । 25 जुलाई तक सर्वे कार्य कराया जाना है।

कार्यक्रम के प्रतिभागी लैब टैक्नीशियन महेंद्र सिंह ने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे कार्य के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। प्रशिक्षण में बताया गया है कि ब्लड सैम्पलिंग के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि उंगली को दबाकर ब्लड न निकाला जाए। उंगली से टपकने वाले ब्लड को ही स्लाइड पर लिया जाए। 20 साल व उससे अधिक उम्र वालों की सैम्पलिंग होनी है।

पिछले वर्ष प्री एमडीए के तहत चलाए गए नाइट ब्लड सर्वे अभियान में कुल 11 नये फाइलेरिया के मरीज मिले थे। अभियान में कुल 4000 लोगों के खून का सैम्पल लेकर उसकी जांच कराई गई थी। इस बार के अभियान में नाइट ब्लड सर्वे का दायरा काफी बढ़ा दिया गया है।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor