गाजियाबाद की जेल में सबसे अधिक संख्या में बहनों ने राखी बांधी: धर्मवीर प्रजापति

उत्तर प्रदेश,

गाजियाबाद की जेल में सबसे अधिक संख्या में बहनों ने राखी बांधी: धर्मवीर प्रजापति,

न्यूज ऑफ इंडिया ( एजेन्सी)

उत्तर प्रदेश में गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी प्रदेश के विभिन्न जेलों में निरूद्ध बंदियों को राखी बांधने की समुचित व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये गये थे। प्रदेश की विभिन्न जेलों में रह रहे बंदियों को उनकी बहनों ने जेलों में पहुंचकर राखी बांधी। इस वर्ष 80973 महिलाओं/बहनों ने प्रदेश के विभिन्न जेलों में जाकर राखी बांधी। जबकि गत वर्ष 70 हजार 448 महिलाओं ने राखी बांधी थी। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष बंदियों की संख्या कम होने के बावजूद भी 10 हजार 5 सौ से अधिक महिलाओं ने राखी बांधी।

यह जानकारी देते हुए कारागार एवं होमगार्ड्स राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि रक्षाबंधन पर्व पर 31 अगस्त, 2023 को उन्होंने स्वयं आगरा की जिला जेल एवं सेन्ट्रल जेल पहुंचकर महिलाओं के लिए जेल प्रशासन द्वारा दी गयी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और आई हुई महिलाओं एवं उनके परिजनों से हालचाल लिया। इस दौरान बहन-भाई के बीच प्यार व भावुक पल को देखकर वे स्वयं भी भावुक हो गये।

ज्ञातव्य हो 29 अगस्त को लखनऊ स्थित नारी बंदी निकेतन की महिलाओं ने उनको राखी बाँधी थी। राखी बांधने वाली बहनों को कारागार मंत्री ने अपनी तरफ से 16500 रुपए दिए। इस प्रकार रक्षाबंधन पर बहन को उपहार दिए जाने की परंपरा का उन्होंने निर्वहन किया।

उन्होंने बताया कि प्रदेश की बहुत सी ऐसी जेलें रहीं, जहां पर बड़ी तादाद में महिलायें अपने भाईयों को राखी बांधने आई। गाजियाबाद में सबसे अधिक 4435 महिलाओं ने राखी बांधी। जबकि लखनऊ में 3991, मथुरा में 3741, फिरोजाबाद में 3336, नोएडा में 2810, आगरा में 2501 एवं सेन्ट्रल जेल आगरा में 639, कानपुर नगर 2225, अलीगढ़ 2022, महिलाओं ने अपने भाईयों को राखी बांधने आईं। इसी प्रकार बहुत सी जेलें ऐसी रहीं जहाँ 1000 से अधिक की संख्या में बहनें राखी बांधने आयीं।

उन्होंने बताया कि रक्षाबंधन के दिन यूपी की सभी जेलों में भाई बहन के पर्व को देखते हुए कैदियों से मिलने आई बहनों के लिए बेहतर व्यवस्था की गई थी। इस त्यौहार के दृष्टिगत जेलों में मिलने आने वाले लोगों के लिए पीने की पानी की व्यवस्था और मिलने आए परिवार के लिए बैठने की उत्तम व्यवस्था की गई थी। उन्होंने कहा कि जो भी लोग आए उन्हें कहीं भी किसी प्रकार की कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा।

उन्होंने कहा कि राखी का त्यौहार बड़े हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। रक्षाबंधन के इस पावन पर्व पर प्रदेश के जेलों में रह रहे बंदियों के मध्य भी हर्षाेल्लास का माहौल रहा। बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके स्वास्थ्य और सफल जीवन की कामना की।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor