आत्मा परमात्मा का मिलन ही महाराष् है:राष्ट्रीय संत राजेंद्र जी महाराज

कौशाम्बी,

आत्मा परमात्मा का मिलन ही महाराष् है:राष्ट्रीय संत राजेंद्र जी महाराज,

श्रीमद् भागवत सप्ताह भक्ति ज्ञान यज्ञ के छठे दिवस में व्यास पीठ पर विराजमान राष्ट्रीय संत राजेंद्र जी महाराज के अमृतमई वाणी के द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का वाचन किया जा रहा है, कादीपुर हनुमान मंदिर पवित्र प्रांगण में महाराष् लीला का वर्णन करते हुए कहा कि आत्मा जब परमात्मा में लीन हो जाती है वही महाराष् जिस लीला को देखने के लिए भगवान शंकर गोपी का रूप धारण करके महाराष् का दर्शन किया, वही श्रीधाम वृंदावन में गोपेश्वर महादेव के नाम पर स्थापित है जो भक्त गोपेश्वर भगवान के दर्शन करता है, उसकी संपूर्ण वृंदावन के दर्शन का फल प्राप्त होता है।जो गोपी है वेद रूप है श्रुति रूप है साधन सिद्ध है एक-एक गोपी वेद की ऋचाएं हैं जिनके साथ भगवान ने महाराष् लीला का आनंद प्रदान किया ।

आज का विशेष प्रसंग रुकमणी विवाह के में कहा कि साक्षात लक्ष्मी स्वरूप मां रुक्मणी का विवाह श्री द्वारकाधीश के साथ संपन्न हुआ लक्ष्मी सदैव नारायण के साथ विवाह करती है बड़े धूमधाम के साथ आयोजक परिवार ने रुक्मणी विवाह का आनंद प्राप्त किया।

आयोजक मुख्य श्रोता माता कुसुम त्रिपाठी पति स्वर्गीय रमेश चंद्र त्रिपाठी समस्त परिवरीजन समस्त ग्रामवासी क्षेत्रवासी एवं गढ़मान्य लोग कथा को श्रवण कर रहे है।

आज कथा में श्री सुदामा चरित्र दत्तात्रेय जी के 24 गुरुओं का वर्णन कलयुग में नाम की महिमा का वर्णन पुराणों में श्रीमद् भागवत श्रेष्ठ क्यों है इन सभी प्रसंग को श्रवण कराया, भारी संख्या में आकर के लोग कथा का लाभ प्राप्त कर रहे है ।

कुलभूषण द्विवेदी, किशन पाण्डेय ,सन्तोष शुक्ला, पवन त्रिपाठी ,सुनील पाण्डेय ,लवकुश त्रिपाठी ,मनीष तिवारी, उमलेश त्रिपाठी ,कादीपुर हनुमान मंदिर न्यू मेडिकल कॉलेज के सामने कथा का आनन्द जनता जनार्दन प्राप्त कर रहे है।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor